गाजियाबाद, 7 मई 2025: शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर व श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के लिए भारतीय सेना और राजनैतिक नेतृत्व की जमकर सराहना की है। उन्होंने कहा कि इस कार्रवाई से पहलगाम में मारे गए निर्दोष हिंदुओं के परिजनों के जख्मों पर मरहम लगेगा, लेकिन यह लड़ाई अभी लंबी और कठिन है।
यति नरसिंहानंद गिरी ने कहा, “हमारी लड़ाई कुछ आतंकवादियों से नहीं, बल्कि उस जहरीली विचारधारा से है, जो समूचे विश्व को निगलने के लिए तैयार है। इस विचारधारा की जड़े पाकिस्तान से ज्यादा भारत में गहरी हैं। जब तक इन जड़ों पर प्रहार नहीं होगा, इस विषैली विचारधारा को मिटाया नहीं जा सकता।”
उन्होंने भारत के राजनैतिक नेतृत्व से इजरायल की तर्ज पर कठोर और निर्णायक कदम उठाने का आह्वान किया। उन्होंने कहा, “जब शांति के सारे रास्ते बंद हो जाते हैं, तो शत्रु की जड़ों को समूल नष्ट करने के लिए पूरी शक्ति लगानी पड़ती है। इजरायल यही कर रहा है, और भारत को भी यही करना चाहिए। हमारे पास अब इसके अलावा कोई विकल्प नहीं बचा है।”
विवादास्पद अंदाज में उन्होंने मानवता के शत्रुओं को “72 हूर मिलने की शुभकामनाएं” दी और कहा कि इसके लिए उन्हें भारतीय सेना का आभार व्यक्त करना चाहिए।
यति नरसिंहानंद गिरी के इस बयान ने एक बार फिर उनके कट्टरवादी रुख को रेखांकित किया है, जो पहले भी कई बार विवादों का केंद्र रहा है। उनके इस आह्वान पर समाज के विभिन्न वर्गों से मिली-जुली प्रतिक्रियाएं आ रही हैं।