हरिद्वार स्थित ऋषिकुल एवं गुरुकुल आयुर्वेद विश्वविद्यालय, जो आयुर्वेदिक चिकित्सा के प्रमुख केंद्र माने जाते हैं, स्वयं ही स्वास्थ्य सुविधाओं के अभाव से जूझ रहे हैं। यहां हर दिन हजारों की संख्या में उत्तराखंड और अन्य राज्यों से मरीज आयुर्वेदिक उपचार के लिए आते हैं, लेकिन औषधि और रक्त जांच जैसी बुनियादी सुविधाओं की कमी के कारण उन्हें निराश होकर लौटना पड़ता है।
मरीजों की बढ़ती भीड़ के बावजूद आयुष विभाग द्वारा जरूरी संसाधन उपलब्ध नहीं कराए जा रहे, जिससे न केवल मरीज परेशान हो रहे हैं, बल्कि उत्तराखंड और आयुष विभाग की छवि भी धूमिल हो रही है। स्थानीय लोगों और मरीजों ने उच्च अधिकारियों से इस मामले में तत्काल संज्ञान लेने और जरूरी दवाइयों व जांच सुविधाओं की व्यवस्था सुनिश्चित करने की मांग कीहै।