वाशिंगटन डीसी, 14 फरवरी 2025 – प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपनी पहली अमेरिका यात्रा पर पहुंचे, जहां उन्होंने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के साथ व्हाइट हाउस में महत्वपूर्ण वार्ता की। इस दौरान दोनों नेताओं ने भारत-अमेरिका साझेदारी को मजबूत करने, व्यापार, वैश्विक सुरक्षा और रणनीतिक सहयोग पर चर्चा की।
व्यापारिक सहयोग पर सहमति
बैठक में फ्री ट्रेड समझौते (FTA) को लेकर गहन विचार-विमर्श हुआ। दोनों नेताओं ने अपनी-अपनी टीमों को निर्देश दिया कि इस वर्ष के अंत तक व्यापार समझौते को अंतिम रूप दिया जाए। टैरिफ और व्यापार से जुड़ी चिंताओं को दूर करने के लिए भारत और अमेरिका मिलकर समाधान निकालने पर सहमत हुए।
यूक्रेन-रूस युद्ध पर ट्रंप का बयान
यूक्रेन संकट को लेकर ट्रंप ने कहा, “अगर मैं पहले राष्ट्रपति होता, तो यह युद्ध नहीं होता।” उन्होंने स्पष्ट किया कि रूस ने यूक्रेन में जो कब्जा किया है, उसे रोकने की जरूरत है और बातचीत के जरिए समाधान निकालना चाहिए।
चीन और भारत पर ट्रंप का रुख
राष्ट्रपति ट्रंप ने भारत-चीन संबंधों पर भी बात की और कहा कि सीमा विवाद खतरनाक स्थिति में है। उन्होंने कहा कि अमेरिका इसमें सकारात्मक भूमिका निभाने के लिए तैयार है। उन्होंने यह भी उम्मीद जताई कि चीन, भारत, रूस और अमेरिका मिलकर शांति कायम करने के लिए काम करेंगे।
मोदी को बताया ‘बेहतर वार्ताकार’
ट्रंप ने प्रधानमंत्री मोदी की कूटनीतिक क्षमता की सराहना करते हुए कहा, “मोदी मुझसे कहीं अधिक कठिन और बेहतर वार्ताकार हैं।”
व्यक्तिगत मुद्दों पर नहीं हुई चर्चा
जब बैठक में भारतीय व्यवसायी गौतम अदाणी के खिलाफ मामलों पर चर्चा को लेकर सवाल किया गया, तो पीएम मोदी ने स्पष्ट किया कि भारत एक लोकतंत्र है और दोनों देशों के नेता व्यक्तिगत मुद्दों पर चर्चा नहीं करते।
भारत-अमेरिका संबंधों को नई दिशा
पीएम मोदी की इस यात्रा को भारत-अमेरिका संबंधों में नई ऊर्जा के रूप में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि व्यापार समझौते और वैश्विक सुरक्षा पर सहयोग दोनों देशों के लिए लाभकारी होंगे।