हरिद्वार | हरिलोक वार्ड नंबर 60 से नवनिर्वाचित पार्षद आकर्षिका शर्मा ने क्षेत्र के विकास और स्वच्छता को प्राथमिकता देते हुए शराब ठेके के स्थानांतरण की मांग उठाई है। उन्होंने कहा कि हरिद्वार जैसे धार्मिक स्थल के पास शराब का ठेका होना समाज के लिए घातक है।
शराब ठेके के खिलाफ पुरजोर विरोध
आकर्षिका शर्मा ने बताया कि कांवड़ यात्रा के दौरान ठेके को अस्थायी रूप से ढंकने का विरोध करते हुए स्थायी समाधान के तौर पर इसके स्थानांतरण की मांग की गई है। उन्होंने कहा, “शराब ठेके की वजह से महिलाओं के साथ छेड़छाड़, सार्वजनिक गाली-गलौज और लड़ाई-झगड़े की घटनाएं बढ़ रही हैं। साथ ही, शराब की बोतलों से नालियां जाम हो रही हैं, जिससे स्वच्छता और सुरक्षा प्रभावित हो रही है।”
मुख्यमंत्री और प्रशासन से सहयोग की अपील
आकर्षिका शर्मा ने बताया कि वे इस मुद्दे पर मुख्यमंत्री, विधायक, सांसद और महापौर समेत प्रशासनिक अधिकारियों से बात करेंगी। उन्हें विश्वास है कि सरकार इस दिशा में सकारात्मक कदम उठाएगी।
सार्वजनिक सुरक्षा और संवैधानिक अपील
उन्होंने भारतीय संविधान के अनुच्छेद 47 का हवाला देते हुए कहा कि राज्य का कर्तव्य है कि वह नशीले पदार्थों पर नियंत्रण रखे। इसके अलावा, मोटर वाहन अधिनियम 1988 की धारा 185 के तहत शराब पीकर गाड़ी चलाने को दंडनीय अपराध बताते हुए उन्होंने कहा कि इससे सड़क दुर्घटनाएं बढ़ी हैं।
हरिद्वार प्रवेश द्वार निर्माण की मांग
क्षेत्र के सौंदर्यीकरण और सुरक्षा को बढ़ावा देने के लिए हरिद्वार प्रवेश द्वार के निर्माण की भी मांग की गई है। शर्मा ने क्षेत्र के सभी पार्षदों और निवासियों से इस मुहिम में समर्थन देने की अपील की।
जनहित याचिका की चेतावनी
उन्होंने स्पष्ट किया कि यदि शासन-प्रशासन से सहयोग नहीं मिला, तो जनहित याचिका दायर कर न्यायिक समाधान की मांग की जाएगी।
जनता का मिला समर्थन
क्षेत्र के निवासियों ने आकर्षिका शर्मा के इस प्रगतिशील कदम की सराहना की और उन्हें शिक्षित व जागरूक प्रतिनिधि के रूप में पाकर गर्व महसूस किया।