भाजपा का निकाय चुनाव में प्रचंड प्रदर्शन, 11 नगर निगमों पर कब्जा
उत्तराखंड में निकाय चुनाव के नतीजों ने भाजपा की ताकत को एक बार फिर साबित कर दिया है। शनिवार को मतगणना के बाद 11 नगर निगमों समेत 100 नगर निकायों के चुनाव परिणाम सामने आए, जिसमें भाजपा ने शानदार प्रदर्शन किया। भाजपा ने 11 नगर निगमों में से 10 पर कब्जा जमाया, जबकि कांग्रेस अपना खाता तक नहीं खोल सकी।
नगर निगमों में भाजपा का दबदबा
अल्मोड़ा, पिथौरागढ़, हल्द्वानी, ऋषिकेश और कोटद्वार सहित 11 नगर निगमों में से 10 पर भाजपा ने जीत हासिल की। श्रीनगर नगर निगम में निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी ने जीत दर्ज की।
पिथौरागढ़: भाजपा प्रत्याशी कल्पना देवलाल ने निर्दलीय मोनिका महर को मात्र 17 मतों से हराया।
अल्मोड़ा: भाजपा के अजय वर्मा ने कांग्रेस के भैरव गोस्वामी को 2573 मतों से हराया।
हल्द्वानी: भाजपा के गजराज बिष्ट ने कांग्रेस के ललित जोशी को 3894 मतों से शिकस्त दी।
ऋषिकेश: शंभू पासवान ने निर्दलीय दिनेश चंद्र मास्टर को 2878 मतों से हराया।
कोटद्वार: शैलेंद्र सिंह रावत ने कांग्रेस की रंजना रावत को 14232 मतों से हराया।
अन्य निकायों में भी भाजपा आगे
निकाय अध्यक्ष पद के 30 सीटों पर भाजपा ने जीत दर्ज की, जबकि कांग्रेस को 24 और निर्दलीय प्रत्याशियों को 21 सीटें मिलीं।
कांग्रेस का खराब प्रदर्शन
11 नगर निगमों में कांग्रेस का खाता नहीं खुल पाया। वहीं, नगर पालिका और नगर पंचायतों में भी पार्टी का प्रदर्शन अपेक्षाकृत कमजोर रहा।
निर्दलीयों की बढ़ी ताकत
श्रीनगर नगर निगम में निर्दलीय प्रत्याशी आरती भंडारी ने 1639 मतों के अंतर से जीत दर्ज कर अपनी उपस्थिति दर्ज कराई।
चुनाव प्रक्रिया और मतगणना
राज्यभर के 54 मतगणना केंद्रों में शनिवार सुबह 8 बजे से मतगणना शुरू हुई। 986 टेबलों पर वोटों की गिनती की गई।
मतगणना के दौरान विवाद
पिथौरागढ़ में मतगणना के दौरान भाजपा प्रत्याशी के पति के निर्वाचन अधिकारी के कक्ष में पहुंचने पर हंगामा हुआ। विवाद शांत होने के बाद अंतिम चक्र की मतगणना दोबारा कराई गई।
निकाय चुनाव में भाजपा का प्रदर्शन प्रदेश में उसकी मजबूत पकड़ को दर्शाता है। निर्दलीय उम्मीदवारों ने भी कई स्थानों पर अच्छा प्रदर्शन किया। कांग्रेस के लिए यह चुनाव निराशाजनक साबित हुआ।