विधानसभा चुनाव 2025 के लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने शनिवार को अपना संकल्प पत्र का अंतिम हिस्सा जारी किया। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने इसे जनता के सामने पेश करते हुए कहा कि भाजपा चुनाव को गंभीरता से लेने के साथ-साथ इसे जनता से जुड़ने का एक माध्यम मानती है। उन्होंने दावा किया कि भाजपा के वादे केवल कागजों तक सीमित नहीं रहते, बल्कि इन्हें पूरा करने के लिए गंभीर प्रयास किए जाते हैं।
संकल्प पत्र-3 के मुख्य वादे:
1. रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक मदद: छोटे व्यापारियों और रेहड़ी-पटरी वालों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी।
2. अनाधिकृत कॉलोनियों का समाधान: 1700 अनाधिकृत कॉलोनियों के निवासियों को मालिकाना हक दिया जाएगा।
3. यमुना रिवर फ्रंट का विकास: यमुना किनारे सौंदर्यीकरण और विकास कार्य किए जाएंगे।
4. स्वास्थ्य सेवाएं: पांच लाख रुपये तक मुफ्त इलाज और आयुष्मान योजना का लाभ दिल्लीवासियों को दिया जाएगा।
5. युवाओं को रोजगार: युवाओं के लिए 50 हजार सरकारी नौकरियां दी जाएंगी।
6. परिवहन सुधार: 13 हजार बसों को ई-बसों में बदला जाएगा।
7. सील दुकानों का समाधान: छह महीने के भीतर सील की गई दुकानों को पुनः खुलवाया जाएगा और उन्हें फ्रीहोल्ड करने का काम किया जाएगा।
8. गिग श्रमिकों के लिए योजनाएं: गिग श्रमिकों को पांच लाख का दुर्घटना बीमा और उनके बच्चों के लिए छात्रवृत्ति दी जाएगी।
9. श्रमिकों के लिए सहायता: श्रमिकों को टूलकिट के लिए 10 हजार की सहायता, दुर्घटना बीमा और पंजीकृत श्रमिकों को लोन की सुविधा।
भाजपा कोरे वादे नहीं करती’
अमित शाह ने कहा कि भाजपा के लिए संकल्प पत्र जनता के विश्वास का प्रतीक होता है। 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश में “पॉलिटिक्स ऑफ परफॉर्मेंस” की नई परंपरा स्थापित हुई है। भाजपा ने अपने हर वादे को गंभीरता से पूरा करने का प्रयास किया है।
जनता से सुझाव लेकर बनाया गया संकल्प पत्र
अमित शाह ने बताया कि इस संकल्प पत्र को तैयार करने के लिए जनता की भागीदारी सुनिश्चित की गई। 1,08,000 लोगों से सुझाव लिए गए। 62 प्रकार के अलग-अलग समूहों के साथ बैठकें की गईं और 41 एलईडी वैन के माध्यम से जनता की राय मांगी गई।
भाजपा ने अपने इस संकल्प पत्र के माध्यम से दिल्लीवासियों को एक नई दिशा और विकास का भरोसा दिया है। अब देखना यह है कि ये वादे चुनावी मैदान में भाजपा के लिए कितने कारगर साबित होते हैं