हरिद्वार। नगर निकाय चुनाव के दौरान राजनीतिक दलों के समर्थकों के बीच कई वार्डों में विवाद और मारपीट की घटनाएं हुईं। ज्वालापुर, कनखल और मायापुर समेत कई इलाकों में हंगामे, फर्जी वोटिंग और शराब बांटने के आरोप सामने आए। पुलिस को कई बार लाठियां फटकारकर हालात संभालने पड़े।
शराब बांटने से रोकने पर मारपीट
ज्वालापुर के वार्ड नंबर 34 अंबेडकरनगर में बुधवार रात भाजपा समर्थकों पर शराब बांटने के आरोप लगे। कांग्रेस प्रत्याशी नेपाल सिंह ने रोकने की कोशिश की, जिस पर उनकी पिटाई कर दी गई। घटना के बाद कांग्रेस समर्थकों ने विरोध जताया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर स्थिति नियंत्रित की।
निर्दलीय प्रत्याशी के प्रचार पर रोक
ज्वालापुर के वार्ड नंबर 42 में निर्दलीय प्रत्याशी कामिनी के समर्थकों को कांग्रेस समर्थकों ने प्रचार करने से रोक दिया। वाल्मीकि बस्ती में इस घटना पर विवाद बढ़ा और पुलिस को हस्तक्षेप करना पड़ा।
कनखल में शराब और मीट पार्टी का आरोप
कनखल के वार्ड नंबर 28 राजघाट में भाजपा और कांग्रेस समर्थकों में झगड़ा हुआ। पूर्व मेयर अनिता शर्मा के पति अशोक शर्मा ने भाजपा पर शराब और मीट पार्टी करने का आरोप लगाया।
मतदान के दौरान भी हंगामे
गुरुवार सुबह वार्ड नंबर 41 में मतदान केंद्र के पास कांग्रेसी और निर्दलीय समर्थकों के बीच झगड़ा हुआ। पुलिस ने लाठियां फटकारकर मामला शांत किया।
एसएमजेएन कॉलेज में कांग्रेसी नेता पर हमला
एसएमजेएन कॉलेज में मतदान केंद्र पर भाजपा महिला नेत्री ने अपने समर्थकों के साथ कांग्रेस नेता लक्ष्य चौहान की पिटाई कर दी। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। मौके पर मौजूद पुलिसकर्मी तमाशबीन बने रहे, जिससे उनकी भूमिका पर सवाल उठ रहे हैं।
फर्जी वोटिंग और मारपीट
ज्वालापुर के वार्ड नंबर 32 नाथनगर के सेंट मैरी स्कूल में फर्जी वोटिंग के आरोप को लेकर भाजपा और निर्दलीय प्रत्याशियों में झगड़ा हुआ। पुलिस ने दोनों पक्षों को लाठियां फटकारकर खदेड़ा।
मायापुर में दो बार झगड़ा
मायापुर स्थित सरस्वती विद्या मंदिर में भाजपा और कांग्रेस समर्थकों के बीच दो बार मारपीट हुई। वहीं, टिबड़ी में फर्जी वोटिंग और शिवलोक कॉलोनी में वोट कटने के कारण विवाद हुआ।
पुलिस की कड़ी मशक्कत
दिनभर छिटपुट झगड़ों और आरोप-प्रत्यारोप के बीच पुलिस को विभिन्न इलाकों में लगातार गश्त करनी पड़ी। हालांकि, कई जगह पुलिस की निष्क्रियता पर भी सवाल उठे हैं।
मतदान के दौरान हुई हिंसक घटनाओं से हरिद्वार निकाय चुनाव चर्चा में आ गया है। प्रशासन ने शांति बनाए रखने की अपील की है।