दावोस: आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने विश्व आर्थिक मंच (WEF) के दौरान माइक्रोसॉफ्ट के संस्थापक बिल गेट्स से मुलाकात की। इस मुलाकात में आंध्र प्रदेश को वैश्विक स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और नवाचार केंद्र में बदलने के लिए साझेदारी पर चर्चा हुई। नायडू ने गेट्स को राज्य में प्रस्तावित कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) विश्वविद्यालय के सलाहकार बोर्ड में शामिल होने का निमंत्रण दिया और कहा कि आंध्र प्रदेश, बीएमजीएफ (बिल एंड मेलिंडा गेट्स फाउंडेशन) की दक्षिण भारत में पहलों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान बन सकता है।
स्वास्थ्य नवाचार और एआई पर चर्चा
मुख्यमंत्री नायडू ने राज्य में स्वास्थ्य सेवाओं और नवाचार को बढ़ावा देने के लिए बिल गेट्स के साथ विचार-विमर्श किया। दोनों ने स्वास्थ्य नवाचार और निदान के लिए उत्कृष्टता केंद्र स्थापित करने के अवसरों पर चर्चा की। नायडू ने कहा, “मैं बिल गेट्स से मिलकर प्रसन्न हूं। हमने स्वास्थ्य और एआई नवाचार में सहयोग के अवसरों पर चर्चा की। मैं बीएमजीएफ के साथ साझेदारी की उम्मीद कर रहा हूं।”
गूगल से विशाखापत्तनम में चिप डिजाइन केंद्र स्थापित करने का अनुरोध
नायडू ने गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन से विशाखापत्तनम को चिप डिजाइन और निर्माण केंद्र के रूप में विकसित करने पर चर्चा की। गूगल अब अपने सर्वर संचालन के लिए खुद के चिप्स का निर्माण कर रहा है, जिसके चलते यह अनुरोध किया गया। नायडू ने कहा, “गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन और आंद्रे नाकाजावा के साथ एक शानदार चर्चा हुई। हमने प्रौद्योगिकी में नवीनतम प्रगति और आंध्र प्रदेश में संभावनाओं पर बात की। हमारे युवा तकनीकी प्रतिभा के साथ हम तकनीक के भविष्य को फिर से परिभाषित करने के लिए तैयार हैं।”
ग्लोबल पार्टनरशिप से राज्य को मिलेगा फायदा
आंध्र प्रदेश सरकार की इन पहलों से राज्य में वैश्विक निवेश को बढ़ावा मिलेगा और स्वास्थ्य, शिक्षा और तकनीकी क्षेत्र में क्रांति आएगी। बिल गेट्स और गूगल जैसे दिग्गजों के साथ साझेदारी राज्य को वैश्विक स्तर पर मजबूत स्थिति में ला सकती है।
(आंध्र प्रदेश सरकार की यह पहल राज्य को तकनीकी और स्वास्थ्य क्षेत्र में अग्रणी बनाने की दिशा में बड़ा कदम मानी जा रही है )