समान नागरिक संहिता यानी यूनिफॉर्म सिविल कोड के लागू होने को लेकर लोगों में खुशी देखने को मिल रही है धर्मनगरी में आज लोगों ने जहां धामी सरकार जिंदाबाद के नारे लगाए वहीं तमाम समाजसेवको संतों और नेताओ ने धामी सरकार को बधाई भी दी। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने कहा कि प्रदेश में अब सबको समान अधिकार मिलेगा । चाहे वो सामाजिक मामलों हो या विवाह, तलाक, भरण-पोषण, विरासत या बच्चा गोद लेने के हो । उन्होने कहा यू सी सी देश की मांग है ।
उन्होंने नागरिक संहिता के विधान सभा में पास होने पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि लिव इन रिलेशनशिप , समलैंगिक सम्बन्ध, विवाह की उम्र, पैतृक सम्पत्ति में महिलाओं की हिस्सेदारी , तलाक एवं गोद लेने आदि के विषयों पर अब समान संहिता लागू होगी। आधी आबादी को न्याय का मार्ग अब प्रशस्त होगा । उन्होंने कहा कि आजादी के 75 वर्षों के बाद भी भारत के संविधान में वर्णित नीति-निदेशक तत्व में उल्लिखित अनुच्छेद-44 की भावना के साथ न्याय नहीं हो पाया था अब समान नागरिक संहिता के लागू होने से विवाह उत्तराधिकार तथा व्यक्तिगत मामलों को नियंत्रित करने वाली विधियों को सार्वभौमिक रूप से राज्य में लागू करने में मदद मिलेगी। इस कानून के लागू होने से एक ओर तो लोकतंत्र की अवधारणा को मजबूती मिलेगी वहीं दूसरी ओर उत्तराखण्ड राज्य देश के अन्य राज्यों के लिए भी एक नजीर का काम करेगा। इसके लिए उन्होंने प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री पुष्कर सिंह धामी एवं उनकी टीम इसके लिए बधाई के पात्र है।