गांधी नगर स्थित श्यामा श्याम मंदिर में चल रहे मां बगलामुखी महायज्ञ के दूसरे दिन जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर एवं शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने प्रवचन में कहा कि जो समाज अपनी माताओं, बहनों और बेटियों के सम्मान की रक्षा नहीं कर पाता, वह जीवित रहने का अधिकार खो देता है। उन्होंने महाभारत का उदाहरण देते हुए कहा कि द्रौपदी के अपमान का परिणाम पूरे हस्तिनापुर को भुगतना पड़ा।
उन्होंने कहा कि लव जिहाद जैसी समस्याओं का समाधान केवल श्रीमद्भगवद्गीता के सिद्धांतों में है। साथ ही उन्होंने हिन्दू समाज से अधिक से अधिक बच्चे पैदा करने का आह्वान करते हुए कहा कि घटती जनसंख्या और छोटे परिवार हिन्दुओं के अस्तित्व के लिए सबसे बड़ी चुनौती हैं। नरसिंहानंद गिरी ने यहां तक कहा कि “जो नारी केवल एक पुत्र को जन्म देती है, वह नागिन के समान है।”
महायज्ञ में यति अभयानंद, यति धर्मानंद, डॉ. योगेंद्र योगी व मोहित बजरंगी सहित कई संत मौजूद रहे। महायज्ञ के पुरोहित पंडित सनोज शास्त्री थे। मुख्य यजमान संजय धीमान और संयोजक राजू सैनी रहे। कार्यक्रम में बिट्टू सिखेड़ा, विनोद पाल, पंकज शर्मा, प्रताप सैनी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने आहुति अर्पित की।