हरिद्वार, 25 अप्रैल 2025: भोलेनाथ की कृपा और सतगुरु ब्रह्मलीन परमहंस 1008 भोलेनाथ जी महाराज की 97वीं निर्वाण तिथि के पावन अवसर पर आज भोलागिरी सन्यास आश्रम, हर की पौड़ी से बिलेश्वर महादेव मंदिर तक भव्य शोभा यात्रा निकाली गई। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी यह यात्रा दिव्य बैंड-बाजे और भक्ति भाव के साथ आयोजित की गई, जिसमें सैकड़ों श्रद्धालुओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
शोभा यात्रा का शुभारंभ भोलागिरी सन्यास आश्रम के श्री महंत महामंडलेश्वर 1008 स्वामी तेजानंद सरस्वती जी महाराज के सान्निध्य में हुआ। इस अवसर पर आश्रम सचिव राजगिरी, स्वामी निर्मलानंद सरस्वती, संत नीति जी महाराज, आचार्य दीपक आचार्य, और श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक जी ने महाराज जी की चांदी की मूर्ति का विधिवत पूजन कर यात्रा को रवाना किया।
स्वामी तेजानंद सरस्वती जी महाराज ने बताया कि यह शोभा यात्रा प्रत्येक वर्ष महाराज जी की स्मृति में आयोजित की जाती है, जो उनके द्वारा दिखाए गए भक्ति और सेवा के मार्ग को जीवंत रखने का एक प्रयास है। यात्रा में स्वामी रोहित गिरी जी महाराज, मनोज ठाकुर, सत्यम शर्मा, कुलदीप शर्मा सहित पश्चिम बंगाल और अन्य क्षेत्रों से आए अनेक श्रद्धालु शामिल हुए।
यात्रा मार्ग पर भक्तों ने भोलेनाथ के जयकारों और भक्ति भजनों के साथ उत्साहपूर्ण माहौल बनाया। बिलेश्वर महादेव मंदिर पहुंचकर श्रद्धालुओं ने विशेष पूजन और आरती में भाग लिया। इस आयोजन ने हरिद्वार की आध्यात्मिकता को और अधिक प्रज्ज्वलित किया, जिसमें सभी ने एकजुट होकर महाराज जी के प्रति अपनी श्रद्धा अर्पित की।
यह शोभा यात्रा न केवल भोलेनाथ जी महाराज की विरासत को सम्मान देने का प्रतीक है, बल्कि भक्ति और सनातन संस्कृति के प्रचार-प्रसार का भी एक जीवंत उदाहरण है।