जूना अखाड़ा के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने देश के हर एक हिंदू को संदेश देते हुए कहा मैं एक अति साधारण और सामान्य व्यक्ति हूँ।मुझे लगता है कि इस्लाम के जिहाद के कारण मेरा,आपका और सभी सनातन के मानने वालों का अस्तित्व खतरे में है।एक साधारण जीव जैसे कुत्ता,बिल्ली,मुर्गा,चिड़िया, सर्प,कॉकरोच आदि भी जब अपना अस्तित्व खतरे में देखते हैं तो कुछ प्रतिकार करते हैं परंतु दुर्भाग्य से हम हिन्दू इस प्रकार का कोई प्रतिकार नहीं करते।हम इस्लाम के जिहादियों की शक्ति बढ़ते हुए देखते रहते हैं और प्रतीक्षा करते हैं कि एक दिन वो हमारे घरों में घुस कर हमारी माँ,बहन,बेटी और पत्नी से सामूहिक बलात्कार करके उसे या तो अपनी रखैल बना ले या मण्डियों में बेच दें।इसके बाद हमारे बेटो और भाइयो सहित हमारा कत्ल करके हमारे धन,हमारी सम्पत्ति पर कब्जा कर लें।
कुछ अपवादों को छोड़कर हम पिछले 1400 से ज्यादा वर्षो से यही कर रहे हैं।हमारी इसी कायरता और अकर्मण्यता के कारण अब पूरी दुनिया पर उनका कब्जा होने वाला है।इसका अर्थ है कि बहुत जल्दी यह दुनिया नरक में परिवर्तित हो जाने वाली है।वो पहले हमें मारेंगे और उसके बाद आपस मे लड़ कट कर मर जायेंगे।
मुझे नहीं पता कि बाकी और लोग इसमें क्या करेंगे पर मेरा यह निर्णय है कि अगर मौत इस तरह भी आनी है तो मैं संघर्ष करता हुआ मरूँगा।
एक साधारण भिखारी होने के कारण मैं बहुत कुछ तो नही कर सकता पर सम्पूर्ण विश्व को इस पर सोचने के लिये अवश्य ही विवश करूंगा।
देवाधिदेव भगवान महादेव शिव व जगद्जननी माँ जगदम्बा की आज्ञा से मैं इस विषय मे गम्भीर विमर्श के लिये शिवशक्ति धाम डासना जिला गाज़ियाबाद में 17,18,19,29 और 21 दिसम्बर 2024 को विश्व धर्म संसद का आयोजन करने का प्रयास कर रहा हूँ।विश्व धर्म संसद विश्व का ऐसा पहला मंच होगा जिस पर दुनिया का प्रत्येक गैर मुस्लिम समुदाय या सम्प्रदाय के धर्मगुरु आमन्त्रित होंगे और वो इस्लाम के जिहाद से सम्पूर्ण विश्व और मानवता को बचाने के लिये विचार विमर्श करेंगे।
यह आयोजन बहुत अधिक प्रयास और साधनों के द्वारा सम्पन्न होगा।मेरा आपसे अनुरोध है कि इस आयोजन को सफल बनाने के लिये यथासंभव सहयोग करिये।