रिपोटर… राजवीर सिंह रौछेला
मसूरी। लंढौर बाजार से खटटा पानी जाने वाले मार्ग की हालत खराब होने से आये दिन ग्रामीणों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। मार्ग की हालात इतनी खराब है कि पैदल चलना भी मुश्किल हो रखा है वहीं आये दिन स्कूटी चोटिल हो रहे हैै। जबकि प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने तीन साल पहले खटटा पानी रोड तीन किमी चौड़ी करण व बनाने की घोषणा की थी लेकिन आज तक उनकी घोषणा पर अमल नहीं होने से ग्रामीणों में आक्रोश है।
लंढौर बाजार से खटटा पानी जोड़ी जाने वाला मार्ग पूरी तरह से गढढों से भरा है, जहां पैदल चलना भी खतरे से खाली नहीं है। ग्रामीणों के कई बार नगर पालिका परिषद में पत्र देकर रोड की मरम्मत करने की मांग की व पालिका ने जेसीबी भी रोड के गढढे भरने के लिए भेजी थी लेकिन जेसीबी से भी गढढे नहीं भरे गये जबकि पूरी रोड कच्ची हो गयी है व रोड पर भरी मिटटी निकल जाने के कारण फिर से गढढे हो गये। स्थानीय ग्रामीण सूर्जन ंिसह, जयपाल सिंह, राजवीर सिंह, सुनील सिंह, संदीप पंवार, परवीन ंिसह, सोनवीर ंिसह सहित ग्राम प्रधान गोविंद सिंह ने नगर पालिका की इस लापरवाही पर आक्रोश व्यक्त किया व कहा कि अगर शीघ्र रोड नहीं बनी तो ग्रामीण धरना प्रदर्शन करने को बाध्य होंगे। ग्रामीणों ने यह भी कहा कि खटटा पानी तीन किमी रोड को बनाने व चौड़ी करण करने की प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने नगर पालिका टाउन हाल के उदघाटन में तीन वर्ष पूर्व की थी लेकिन आज तक उनकी घोषणा पर भी अमल नहीं हो पाया है, जबकि खटटा पानी को बार बार विलेज टूरिज्म बनाये जाने की मांग भी की जाती रही है व यहां का प्राकृतिक सौंदर्य हर किसी को आकर्षित करता है। लेकिन रोड खराब होने के कारण यहां कोई आना नहीं चाहता। रोड पर इतने बढे बढे गढढे हो गये है कि आये दिन स्कूटी सवार चोटिल हो रहे हैं। जिसके कारण ग्रामीणों में लगातार आक्रोश बढ रहा है। ग्रामीणों ने नगर पालिका से मांग की कि शीघ्र खटटा पानी रोड का निर्माण कर समस्या का समाधान किया जाय।
मसूरी। पर्यटन नगरी में एक बार फिर मौसम ने करवट बदली व रात को अचानक बादल छा गये व कड़ाके की सर्दी हो गई। वहीं अपराहन बारह बजे से हल्की बर्फबारी शुरू हो गई लेकिन जम नहीं पायी व लगातार रूक रूक कर बर्फ के फोहे पड़ने से ठंड बढ गयी है।
पर्यटन नगरी मसूरी में एक बार फिर से मौसम खराब हो गया व सुबह से हल्के बर्फ के फोहे पड़ रहे है, लेकिन हल्की बर्फबारी होने से जम नहीं रही। बर्फ पड़ने से कड़ाके की सर्दी हो गयी व लोगों को आग के सहारे दिन काटने को मजबूर होना पड़ रहा है। इस बार मसूरी में अन्य वर्षो के मुकाबले ठंड अधिक पड़ रही है व गत 9 दिसंबर को बिना बारिश के पहला हिमपात हो चुका है। वहीं तब से लगातार कड़ाके की सर्दी पड़ रही है व जहां पानी गिर रहा है जम रहा है। जिसके कारण कई स्थानों पर फिसलन हो रही है व लोग चोटिल हो रहे हैै वही रात को आसमान में बादल आने व सुबह बारिश के साथ हल्की बर्फबारी शुरू होने से लोगों को उम्मीद है कि एक बार फिर मसूरी में बर्फबारी होगी लेकिन दोपहर बाद तक रूक रूक कर बर्फ के फोहे पड़ते रहे लेकिन जम नहीं पा रहे। बर्फ के फोहे पड़ने से सर्दी और बढ गयी व लोगों को गर्म कपड़े पहनने पर मजबूर होना पड़ रहा है। सर्दी बढ जाने के कारण बाजार में भी रौनक नही है लेकिन उत्साहित पर्यटक बर्फबारी का इंतजार कर रहे हैं। दुकानदार जहां हीटर आदि का सहारा ले रहे है वहीं अन्य लोग आग का सहारा ले रहे है।