हरिद्वार, 24 मई 2025: मेला नियंत्रण भवन में शनिवार को जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक राज्यसभा सांसद डॉ. नरेश बंसल की अध्यक्षता में संपन्न हुई। जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने सांसद का पौधा भेंटकर स्वागत किया। बैठक में सड़क दुर्घटनाओं को कम करने और जन जागरूकता बढ़ाने पर जोर दिया गया।
सांसद डॉ. बंसल ने कहा कि सड़कें चौड़ी हो रही हैं और शहरों की दूरियां कम हो रही हैं, लेकिन दुर्घटनाओं में वृद्धि चिंता का विषय है। उन्होंने दुर्घटनाओं को शून्य करने का लक्ष्य रखते हुए एनजीओ, लायंस क्लब, रोटरी क्लब जैसे स्वयंसेवी संगठनों के साथ मिलकर जागरूकता अभियान चलाने के निर्देश दिए। स्कूल-कॉलेजों में जागरूकता कार्यक्रम और छात्र-छात्राओं द्वारा ट्रैफिक नियंत्रण जैसे कदमों पर बल दिया।
उन्होंने सड़क निर्माण और खुदाई करने वाले विभागों को आपसी समन्वय के साथ काम करने को कहा ताकि सड़कों को बार-बार खोदने की जरूरत न पड़े। साथ ही, सक्षम अधिकारियों को अगली बैठकों में पूरी तैयारी के साथ उपस्थित होने के निर्देश दिए। सांसद ने सड़कों पर गति चेतावनी साइन बोर्ड की संख्या बताने, शराब की दुकानों के बाहर व्यवस्थित पार्किंग के लिए सिक्योरिटी गार्ड तैनात करने और सीसीटीवी कैमरे लगाने के निर्देश भी दिए।
सुरक्षात्मक उपाय के तौर पर सिडकुल की फैक्ट्रियों और जगजीतपुर के स्कूलों के समय में बदलाव तथा स्कूल खुलने-छुट्टी के समय डंपर और ट्रॉलियों के संचालन पर रोक लगाने के निर्देश दिए गए। बैठक में बताया गया कि दोपहर 3 बजे से रात 9 बजे तक 43 दुर्घटनाओं में 28 लोगों की मृत्यु हुई, जिसमें दोपहिया वाहनों की मृत्यु दर अधिक रही। हिट एंड रन के 37 मामलों में 27 मौतें हुईं।
जिलाधिकारी कर्मेंद्र सिंह ने एआरटीओ को 1 जून से 26 जून तक चलने वाले नशा मुक्ति अभियान को सड़क सुरक्षा अभियान के साथ जोड़ने के निर्देश दिए। एआरटीओ केसी पलारिया ने बताया कि राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्पीड ब्रेकर, मिरर और स्टॉप लाइंस लगाए गए हैं, साथ ही अतिक्रमण हटाने की प्रक्रिया जारी है।
बैठक में 11 स्वयंसेवकों को सड़क दुर्घटना में मदद करने के लिए सांसद द्वारा पुरस्कृत किया गया। पद्मश्री डॉ. बीके एस संजय ने भी सड़क सुरक्षा पर विचार साझा किए। बैठक के बाद सांसद ने राष्ट्रीय सड़क सुरक्षा जागरूकता वाहन रैली को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया।
इस अवसर पर बीजेपी जिलाध्यक्ष आशुतोष शर्मा, एसपी सिटी पंकज गैरोला, एचआरडीए सचिव मनीष सिंह, उपजिलाधिकारी जितेंद्र कुमार, सौरभ असवाल, पीडब्लूडी अधिशासी अभियंता दीपक कुमार, आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा रावत, एआरटीओ नेहा झा, एनएचएआई के परियोजना निदेशक प्रदीप सिंह गुसाई सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे।