हरिद्वार, : जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हरिद्वार के तत्वावधान में नवनियुक्त पैरा लीगल वॉलेंटियर्स (पीएलवी) की तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यशाला के आज दूसरे दिन समाज कल्याण विभाग की अधिकारी सहित आज तमाम विभागों के लोगों ने पहुंच कर अपने अपने अनुभव साझा किए, जहां एक तरफ विभागों की बारीकियों को तहसील के अधिकारी और समाज कल्याण विभाग के अधिकारियों द्वारा बताया गया वहीं स्वास्थ्य विभाग से एड्स के प्रति भी जागरूकता के लिए भी पैरा लीगल वॉलेंटियर को क्लास दी गई । कार्यशाला का उद्देश्य नवनियुक्त पीएलवी को कानूनी प्रक्रियाओं, उनके कर्तव्यों एवं समाज में उनकी भूमिका के प्रति जागरूक करना है। जिला विधिक प्राधिकरण की सचिव सिमरनजीत कौर ने अपने उद्बोधन में पैरा लीगल वॉलेंटियर्स की महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डालते हुए कहा कि समाज के कमजोर एवं वंचित वर्गों को न्याय दिलाने में पीएलवी एक महत्वपूर्ण कड़ी के रूप में कार्य करते हैं। उन्होंने पीएलवी को न्यायिक प्रक्रिया, संविधान में निहित नागरिक अधिकारों, मुफ्त कानूनी सहायता योजनाओं एवं सामाजिक न्याय के अन्य विषयों पर जानकारी दी। उन्होंने बताया पीएलवी को व्यावहारिक ज्ञान के लिए केस स्टडी, समूह चर्चा एवं अन्य गतिविधियों के माध्यम से भी प्रशिक्षित किया जा रहा है।
कार्यशाला में बड़ी संख्या में नवनियुक्त पीएलवी भाग ले रहे हैं। उन्हें कार्यशाला में कानूनी जागरूकता, विवाद समाधान तकनीक और जरूरतमंद लोगों तक कानूनी सहायता पहुँचाने के तरीकों पर विस्तार से प्रशिक्षण दिया जा रहा है ।
इस अवसर पर चीफ़ डिप्टी लिगल ऐड डिफेंस काउंसिल श्री रमन कुमार सैनी, रिटेनर एडवोकेट संगीता भारद्वाज, अरविंद श्रीवास्तव एडवोकेट के द्वारा कानूनी जानकारी प्रदान कराई गई। उन्होंने पीएलवी को समाज में बदलाव का वाहक बनने के लिए प्रेरित किया।
तीन दिवसीय यह कार्यशाला 19 दिसंबर को संपन्न होगी, जिसके समापन समारोह में पीएलवी को प्रमाण पत्र वितरित किए जाएंगे।