टोयोआके (एइची प्रान्त, जापान) — टोयोआके नगर परिषद ने एक अनोखा और विवादास्पद प्रस्ताव पेश किया है, जिसमें निवासियों से प्रतिदिन केवल दो घंटे ही स्मार्टफोन का उपयोग करने का आग्रह किया गया है। उद्देश्य ऑनलाइन लत, नींद संबंधी विकार और मानसिक व शारीरिक स्वास्थ्य समस्याओं को रोकना बताया गया है।
यदि मंजूर हुआ, तो यह प्रस्ताव अक्टूबर 2025 से लागू हो सकता है। यह शहर स्तर का पहला ऐसा सुझाव माना जा रहा है जो सभी उम्र वर्गों के लिए है।
मुख्य बिंदु:
समय सीमा एवं वर्ग विभाजन:
प्राथमिक विद्यालय से लेकर छोटे बच्चों तक: रात 9 बजे के बाद डिवाइस बंद करें।
किशोर तथा वयस्क: रात 10 बजे के बाद स्मार्टफोन का उपयोग न करें।
बाध्यकारी नहीं, सुझाव मात्र:
नियम वास्तविक रूप से लागू नहीं किया जाएगा। इसका उद्देश्य जागरूकता बढ़ाना है, कोई पेनाल्टी नहीं है।
सार्वजनिक प्रतिक्रिया:
चार दिनों में मिली 83 फोन कॉल और 44 ईमेल में लगभग 80% प्रतिक्रियाएं इस प्रस्ताव के विरोध में हैं। लोग इसे व्यक्तिगत स्वतंत्रता का उल्लंघन और अव्यवहारिक बता रहे हैं।
उद्धरण:
> “This does not mean the city will restrict residents’ rights… I hope it serves as an opportunity for each family to reflect.” — मेयर मसाफुमी कोकी
प्रस्तावना के पीछे की सोच:
यह नियम सोने में देर, पारिवारिक बातचीत में बाधा, और बच्चों में स्कूल न जाने की प्रवृत्ति जैसी समस्याओं को देखते हुए सुझाया गया है।
इसके अलावा, विशेषज्ञों के अनुसार जापानी बच्चे सप्ताह में औसतन पाँच घंटे ऑनलाइन समय बिताते हैं, और 10 सात के साथ लगभग 65% बच्चे स्मार्टफोन उपयोगकर्ता हैं — ये चिंताएं नीति का आधार हैं।
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प्रस्तावित शीर्षक:
“जापानी शहर टोयोआके ने दैनिक 2-घंटे ही स्मार्टफोन उपयोग का सुझाव, सार्वजनिक विरोध”
“स्मार्टफोन पर नियंत्रण: टोयोआके का दो-घंटे वाला प्रस्ताव, लेकिन जनता में असंतोष”
“स्वास्थ्य या स्वतंत्रता? टोयोआके की स्क्रीन-टाइम सीमा पर बहस छिड़ी”