उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की सुरक्षा में बड़ी लापरवाही सामने आई है। हाल ही में मुख्यमंत्री ने कार्बेट टाइगर रिजर्व का भ्रमण किया था, जिसमें उन्होंने जिस जिप्सी वाहन से सफारी की, उसका फिटनेस प्रमाणपत्र पांच साल पहले ही समाप्त हो चुका था। इस जिप्सी की फाइटन (Phaeton) वैधता वर्ष 2020 में खत्म हो चुकी थी।
जानकारी के अनुसार, यह वाहन उत्तराखंड वन विकास निगम के रामनगर डिवीजन के गढ़वाल यूनिट में पंजीकृत है। अब सवाल उठ रहे हैं कि आखिर इस पुराने और बिना वैध फिटनेस प्रमाणपत्र वाले वाहन को मुख्यमंत्री की यात्रा के लिए कैसे उपयोग में लाया गया।
यह मामला सामने आने के बाद विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। सूत्रों के अनुसार, मुख्यमंत्री की सुरक्षा में तैनात अधिकारियों और वन विभाग के बीच समन्वय की कमी की वजह से यह चूक हुई।
विपक्षी दलों ने भी इस लापरवाही को लेकर सरकार पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि जब मुख्यमंत्री की सुरक्षा में इस तरह की चूक हो सकती है, तो आम जनता की सुरक्षा का अंदाज़ा लगाना मुश्किल नहीं।
वन विभाग ने इस मामले की जांच के आदेश दे दिए हैं और दोषियों पर कार्रवाई की बात कही है।