हरिद्वार, 21 मई 2025: हरिद्वार सांसद और उत्तराखंड के पूर्व मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने कहा कि चंद्रयान-3, आदित्य L1 और गगनयान मिशन की तैयारियों ने भारत को आत्मनिर्भर और अग्रणी अंतरिक्ष राष्ट्र के रूप में स्थापित करने की दिशा में ऐतिहासिक कदम उठाए हैं। विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन संसदीय समिति के चार दिवसीय अध्ययन दौरे के दौरान आंध्र प्रदेश के चेन्नई, श्रीहरिकोटा और तिरुपति में उन्होंने वैज्ञानिक, प्रौद्योगिकीय और पर्यावरणीय प्रगति का अवलोकन किया।
श्रीहरिकोटा में सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (SDSC) के दौरे के दौरान रावत ने PSLV C-61/EOS-09 के प्रक्षेपण को प्रत्यक्ष देखा और अंतरिक्ष विभाग के अधिकारियों के साथ चर्चा की। उन्होंने कहा कि यह दौरा विज्ञान, पर्यावरण और कॉरपोरेट सामाजिक दायित्व (CSR) के क्षेत्र में सहयोग, नीति निर्माण और अनुसंधान के लिए महत्वपूर्ण संवाद का अवसर प्रदान करता है। यह जमीनी निरीक्षण नीति निर्धारण में तथ्य आधारित सुझाव देने में सहायक होगा।
रावत ने भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रमों की सफलता पर गर्व व्यक्त करते हुए कहा कि गगनयान मिशन भारत की तकनीकी क्षमता को नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा।