मुजफ्फरनगर, 11 सितंबर। गांधी नगर स्थित श्यामा श्याम मंदिर में पांच दिवसीय मां बगलामुखी महायज्ञ का समापन बुधवार को हर्षोल्लास के साथ हुआ। पूर्णाहुति के अवसर पर सैकड़ों श्रद्धालुओं ने “हर हर महादेव” के जयघोष के बीच धर्मरक्षा की शपथ ली।
महायज्ञ की पूर्णाहुति पर प्रवचन देते हुए शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर एवं जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी महाराज ने कहा कि मां पीताम्बरा बगलामुखी का महायज्ञ कल्पवृक्ष के समान है, जिसमें श्रद्धापूर्वक भाग लेने से भक्तों की सात्विक मनोकामनाएं पूरी होती हैं। उन्होंने बताया कि मां बगलामुखी विजय और सद्बुद्धि की देवी हैं, जिनकी साधना से महाभारत काल से लेकर अनेक योद्धाओं ने शत्रुओं पर विजय प्राप्त की।
महामंडलेश्वर ने वर्तमान परिस्थितियों को देखते हुए हिन्दुओं से मां बगलामुखी की शरण में आने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म पर आए संकट से मुक्ति और भविष्य की रक्षा के लिए हिन्दुओं को इजरायल की तरह सनातन वैदिक राष्ट्र बनाना होगा। उन्होंने पाकिस्तान व बांग्लादेश में हो रहे हिन्दू उत्पीड़न पर चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि यदि हिन्दुओं का अपना राष्ट्र होता तो इस तरह की स्थिति उत्पन्न नहीं होती।
इस अवसर पर उन्होंने ऋषिकेश में मां बगलामुखी मंदिर की स्थापना हेतु मुजफ्फरनगर निवासियों से सहयोग की अपील की।
महायज्ञ में यति अभयानंद जी, यति धर्मानंद जी, डॉ. योगेंद्र योगी और पंडित सुनील दत्त शर्मा उपस्थित रहे। मुख्य पुरोहित पंडित सनोज शास्त्री ने वैदिक मंत्रोच्चार से अनुष्ठान संपन्न कराया। पूर्णाहुति में संजय धीमान, श्रीमती रामवती, राजू सैनी सहित बड़ी संख्या में भक्तों ने आहुति सम