उत्तर प्रदेशउत्तराखंडगढ़वाल मण्डलदिल्ली एनसीआरदेश-विदेशयूथरुड़कीशिक्षासामाजिकहरिद्वार

विदेशी मुद्रा भंडार में 3.51 अरब डॉलर की बढ़ोतरी, कुल ₹694.23 अरब डॉलर पर पहुंचा

नई दिल्ली, 5 सितम्बर। भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों के अनुसार, 29 अगस्त को समाप्त सप्ताह में देश का विदेशी मुद्रा भंडार 3.51 अरब डॉलर बढ़कर 694.23 अरब डॉलर हो गया। यह वृद्धि पिछले सप्ताह गिरावट के बाद एक भरोसेमंद वापसी का संकेत है, जब भंडार 4.386 अरब डॉलर घटकर 690.72 अरब डॉलर रह गया था।

 

विभिन्न घटकों में हुआ विस्तार:

 

स्वर्ण भंडार (Gold reserves): 1.766 अरब डॉलर की बढ़ोतरी के साथ 86.769 अरब डॉलर तक पहुँचा।

 

विदेशी मुद्रा संपत्तियाँ (Foreign currency assets): 1.686 अरब डॉलर बढ़कर 583.937 अरब डॉलर हो गईं।

 

IMF से SDR तथा आरक्षित स्थिति में मामूली सुधार देखा गया—SDRs में 40 मिलियन डॉलर का और IMF की आरक्षित स्थिति में 18 मिलियन डॉलर का इज़ाफ़ा हुआ।

 

 

 

 

महत्व और विश्लेषण

 

कारक विवरण

 

भागीदारी और सुधार पिछले सप्ताह की गिरावट के बाद यह तेजी का संकेत है, जो RBI की कुशल विदेशी मुद्रा प्रबंधन क्षमता को दर्शाता है।

भंडार की भूमिका इस भंडार का महत्व मुख्य रूप से रुपये की स्थिरता बनाए रखने, आयात और विदेशी ऋणों का भुगतान करने, और आर्थिक चुनौतियों से लड़ने में है।

आर्थिक प्रतिरक्षा और रणनीति RBI की मुद्रा भंडार में वृद्धि और सुव्यवस्थित प्रबंधन, जैसे कि फॉरवर्ड बुक में कमी और गोल्ड आरक्षित को बढ़ावा देना, रुपये की रक्षा रणनीति को और मजबूत बनाते हैं।

 

 

 

 

अख़बार में शामिल करने के लिए सुझाए गए अतिरिक्त पहलू

 

नीतिगत दृष्टिकोण: RBI या वित्त मंत्रालय इस बढ़ोतरी पर क्या सोचते हैं? यदि कोई आधिकारिक बयान—जैसे “यह बढ़ोतरी रुपये के विश्वास को बनाए रखने की रणनीति का हिस्सा है”—मिल सके, तो उसे शामिल करें।

 

पाठकों की प्रतिक्रिया: “क्या यह बढ़ोतरी आर्थिक सुरक्षा की भावना जगाती है?” जैसे पंक्तियों के माध्यम से खबर को जीवंत किया जा सकता है।

 

वैश्विक तुलना: उदाहरण के लिए, चीन और जापान जैसे देशों के भंडार की तुलना से रेटिंग समझना आसान होगा—विस्तार के लिए मुझे बताएं।

 

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button