फोंडा, गोवा, 22 मई 2025*: सनातन संस्था द्वारा फोंडा, गोवा में आयोजित ‘सनातन राष्ट्र शंखनाद महोत्सव’ में छत्रपति शिवाजी महाराज और धर्मवीर संभाजी महाराज के पराक्रम को दर्शाने वाली शिवकालीन दुर्लभ शस्त्रों की प्रदर्शनी ने हजारों श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। 6000 वर्ग फुट में आयोजित इस प्रदर्शनी में गोवा के सौंदेकर घराने, कोल्हापुर के सव्यासाची गुरुकुलम्, और पुणे के शिवाई संस्थान द्वारा संरक्षित ऐतिहासिक शस्त्रों ने सभी का ध्यान खींचा।
**विशेष आकर्षण: ऐतिहासिक शस्त्र**
प्रदर्शनी में सरदार येसाजी कंक की तलवार, सरदार कान्होजी जेधे का चिलख़त, और औरंगज़ेब द्वारा छत्रपति संभाजी महाराज को बांधने के लिए उपयोग की गई मूल शृंखला पहली बार सार्वजनिक रूप से प्रदर्शित की गई। यह शृंखला शिवले परिवार ने पीढ़ियों तक संरक्षित रखी। प्रदर्शनी में अंकुश, सिकल, पुरबा, तलवारें, बंदूकें, ढालें, जांबिया, तोपें, भाले, त्रिशूल, शिरस्त्राण जैसे शस्त्रों के साथ-साथ शिवाजी महाराज के सरदारों की चित्रमय जानकारी भी प्रदर्शित की गई।
**शिवले परिवार का सम्मान**
शिवले परिवार के वंशजों—सागर शिवले, कुमार शिवले, सोमनाथ शिवले, दीपक टाकळकर, और वेदांत शिवले—का हिंदू जनजागृति समिति के धर्मप्रचारक सद्गुरु नीलेश सिंगबाळ द्वारा सत्कार किया गया। कुमार शिवले ने कहा, “हम चाहते हैं कि राजाओं के बलिदान से प्रेरणा लेकर हर कोई धर्मकार्य में भाग ले।”
**30,000 से अधिक श्रद्धालु हुए शामिल**
30,000 से अधिक श्रद्धालुओं, संतों, महंतों, और आध्यात्मिक मार्गदर्शकों की उपस्थिति में यह आयोजन राष्ट्रभक्ति और इतिहास का प्रेरणास्रोत बना। प्रदर्शनी ने शिवाजी महाराज के पराक्रम और बलिदान की गाथा को जीवंत कर नई पीढ़ी में देशभक्ति की भावना जागृत की