देहरादून। उत्तराखंड सरकार अब चारधाम यात्रा की तर्ज पर शीतकालीन यात्रा को बढ़ावा देने में जुटी है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने 8 दिसंबर 2024 को श्री ओंकारेश्वर मंदिर, ऊखीमठ से इसका शुभारंभ किया। इस पहल का उद्देश्य वर्षभर प्रदेश में तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की आमद बनाए रखना है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी राष्ट्रीय खेलों के शुभारंभ पर शीतकालीन यात्रा की ब्रांडिंग करते हुए कहा, “उत्तराखंड मेरा दूसरा घर है, और मेरी इच्छा है कि मैं भी इस यात्रा का हिस्सा बनूं।” उन्होंने युवाओं और खिलाड़ियों से सर्दियों में उत्तराखंड आकर एडवेंचर गतिविधियों का आनंद लेने का आह्वान किया।
पीएम मोदी की यात्रा से आदि कैलाश को मिला बढ़ावा
प्रधानमंत्री मोदी ने 12 अक्तूबर 2024 को पिथौरागढ़ में पार्वती कुंड में पूजा-अर्चना की और आदि कैलाश के दर्शन किए। इससे आदि कैलाश यात्रा को नई पहचान मिली है और तीर्थयात्रियों की रुचि बढ़ी है।
नेशनल गेम्स को दी “ग्रीन गेम्स” की संज्ञा
प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय खेलों को “ग्रीन गेम्स” बताते हुए प्लास्टिक मुक्त उत्तराखंड अभियान में खिलाड़ियों से सहयोग की अपील की। उन्होंने बताया कि इस बार ई-वेस्ट से बने मेडल और ट्रॉफी प्रदान किए जा रहे हैं। साथ ही, मेडल विजेताओं के नाम पर एक पौधा लगाने की भी पहल की गई है।
“खिलाड़ी मुझे प्राइम मिनिस्टर नहीं, परम मित्र मानते हैं”
खेलों के प्रति अपने जुड़ाव को दर्शाते हुए पीएम मोदी ने एक खिलाड़ी के शब्द साझा किए, “हम आपको प्रधानमंत्री (PM) नहीं, परम मित्र मानते हैं।” उन्होंने बताया कि सरकार के प्रयासों से भारतीय खेलों में अभूतपूर्व सुधार आया है। पिछले 10 वर्षों में खेल बजट 20 गुना बढ़ाया गया और खेलो इंडिया के तहत करोड़ों का निवेश किया जा रहा है।
समान नागरिक संहिता को बताया खेल भावना की तरह
प्रधानमंत्री ने उत्तराखंड में लागू समान नागरिक संहिता (UCC) की तुलना खेल भावना से करते हुए कहा, “खेल में भेदभाव नहीं होता, सभी समान होते हैं। यही भावना समान नागरिक संहिता की भी है।” उन्होंने धामी सरकार को इस ऐतिहासिक कदम के लिए बधाई दी।
उत्तराखंड में बढ़ती पर्यटन और खेल गतिविधियां राज्य की अर्थव्यवस्था को नई ऊंचाइयों पर ले जाने में अहम भूमिका निभा सकती हैं।