हरिद्वार, कनखल।
विश्व युवाओं के प्रेरणा स्रोत स्वामी विवेकानंद की 163वीं जयंती रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम, कनखल में सनातन धर्म के पंचांग के अनुसार धूमधाम से मनाई गई। इस अवसर पर रोगी नारायण सेवा का आयोजन किया गया, जिसमें अस्पताल में भर्ती सभी रोगियों को तिलक लगाकर, माला पहनाकर और फल वितरित कर सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम की शुरुआत पूजा-अर्चना, यज्ञ और मंगल आरती से हुई। मिशन के संतों, चिकित्सकों और अन्य स्टाफ ने रोगियों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की। इस भावुक अवसर पर, मिशन के सबसे पुराने कार्यकर्ता और आईसीयू में भर्ती 93 वर्षीय प्रभात बनर्जी का संतों और चिकित्सकों द्वारा विशेष अभिनंदन किया गया। उन्हें तिलक लगाकर माला पहनाई गई और प्रसाद स्वरूप फल भेंट किए गए।
रामकृष्ण मिशन सेवाश्रम के सचिव स्वामी दयामूर्त्यानंद महाराज ने कहा, “स्वामी विवेकानंद युवाओं के आदर्श हैं। उनकी ‘नर सेवा, नारायण सेवा’ की परंपरा ने रोगियों को भगवान मानकर उनकी सेवा करने का संदेश दिया है।” उन्होंने सभी को स्वामी विवेकानंद के त्याग और वैराग्य के आदर्शों को अपनाने के लिए प्रेरित किया।
इस अवसर पर संगीतकार सुनील मुखर्जी ने भावपूर्ण भजनों की प्रस्तुति दी। सद्भाव प्रार्थना सभा में स्वामी उमेश्वरानंद, स्वामी कमलाकांतानंद, स्वामी जगदीश महाराज, वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. समरजीत चौधरी, मिनी योहानन, डॉ. राधिका नागरथ, एम्स की डॉ. अरुणिमा, डॉ. मधु शाह, डॉ. दीपक सहित कई गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में मिशन द्वारा रोगियों के सम्मान और सेवा के माध्यम से स्वामी विवेकानंद के आदर्शों को जीवंत किया गया।