नई दिल्ली। बढ़ते वायु प्रदूषण और ईंधन की बर्बादी को रोकने के लिए छोटे-छोटे बदलाव बड़े असर डाल सकते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, ट्रैफिक सिग्नल पर वाहन चालू रखने से न केवल हवा जहरीली होती है, बल्कि वाहन मालिकों का हजारों रुपये का फ्यूल भी बर्बाद होता है।
एक औसत कार हर दिन ट्रैफिक सिग्नल पर 15-20 मिनट खड़ी रहती है, जिससे लगभग 200 मिलीलीटर पेट्रोल जलता है। इस आदत को बदला जाए, तो महीनेभर में 7000 रुपये तक की बचत हो सकती है।
प्रदूषण और जेब पर असर
वाहनों से निकलने वाली कार्बन मोनोऑक्साइड (CO), नाइट्रोजन ऑक्साइड (NOx) और अन्य जहरीली गैसें हवा की गुणवत्ता खराब करती हैं। साथ ही, बेवजह इंजन चालू रखने से ईंधन जलता है, जिससे कार का इंजन भी जल्दी खराब होता है और मेंटेनेंस खर्च बढ़ जाता है।
क्या कर सकते हैं आम नागरिक?
रेड लाइट पर इंजन बंद करें – अगर सिग्नल 30 सेकंड से ज्यादा का है, तो इंजन बंद करें।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट अपनाएं – मेट्रो, बस और साइकिल का ज्यादा उपयोग करें।
कार पूलिंग करें – सहकर्मियों के साथ गाड़ी साझा कर ईंधन और पैसे दोनों बचाएं।
इलेक्ट्रिक वाहन अपनाएं – पेट्रोल-डीजल के बजाय EV का इस्तेमाल करें, जिससे प्रदूषण कम होगा।
गाड़ी की नियमित सर्विस कराएं – इंजन की सही देखभाल से ईंधन की खपत कम होती है।
सरकार और पर्यावरण विशेषज्ञ लगातार नए समाधान सुझा रहे हैं, लेकिन आम नागरिकों की भागीदारी के बिना प्रदूषण और ईंधन की बर्बादी को रोकना मुश्किल है। छोटी-छोटी आदतें बदलें और प्रदूषण के खिलाफ अपनी जिम्मेदारी निभाएं।