पूज्यपाद जगदगुरु शंकराचार्य गोवर्धन पीठाधीश्वर स्वामी निश्चलानंद सरस्वती जी महाराज के आशीर्वाद से गोई मिश्र लगमा, घनश्यामपुर ,जिला दरभंगा, बिहार में आदि शंकराचार्य भगवान का 2531 वां प्राकट्य दिवस मनाया गया।
जिसमें विभिन्न विद्वानों ने अपने-अपने अपने भाव प्रगट किया ।
श्री प्रेमचंद्र झा जी आदि गुरु शंकराचार्य के बारे में विस्तृत जानकारी लोगों को दी ।
आज पूरा विश्व में आदि गुरु शंकराचार्य का प्राकट्य महोत्सव मनाया जा रहा है, उनका कहना था शंकराचार्य भगवान का प्राकट्य ईसा से 507 वर्ष पूर्व केरल के कारली गांव में हुआ था।
उन्होंने सिर्फ 32 वर्ष की अवस्था में चारों धाम का पुनरुद्धार कर चार् शंकराचार्य पीठ बनाए। आज शंकराचार्य नहीं होते तो हम लोग हिंदू नहीं रहते ।
मिथिला में मंडल मिश्र के साथ शास्त्रार्थ एवं अन्य विषय की जानकारी रसियारी हाई स्कूल के प्रधानाचार्य श्री पंडित रमानाथ झा ने दिया ।
आचार्य चंद्र मोहन ठाकुर जी ने सनातन मान बिंदुओं के रक्षा के लिए किए गए कार्यों की जानकारी दी।
इस कार्यक्रम को सफल बनाने में श्री धर्मेंद्र झा, बबलू झा, नंदी झा, पवन कुमार झा, श्रवण कुमार झा, गोपाल झा, सत्यनारायण साहू, श्रवण कुमार साहू, जटा झा, जोगिंदर साहू ,चुन्नू झा, भवदेव झा, देवेंद्र झा, हरे राम साहू, अमरनाथ झा एवं अन्य सक्रिय रहे ।हर हर महादेव।