पेरिस, 11 फरवरी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार रात पेरिस पहुंचे, जहां ठंड और बारिश के बावजूद उनका गर्मजोशी से स्वागत हुआ। फ्रांस के रक्षा मंत्री सेब लेकॉर्नो ने हवाईअड्डे पर उनकी अगवानी की।
आज पीएम मोदी फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के साथ कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) पर वैश्विक शिखर सम्मेलन की सह-अध्यक्षता करेंगे। इस सम्मेलन में वैश्विक नेताओं और तकनीकी विशेषज्ञों के बीच एआई के सुरक्षित और समावेशी उपयोग पर चर्चा होगी। अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस और चीनी उपप्रधानमंत्री झांग गुओकिंग सहित शीर्ष नेता भी इसमें भाग लेंगे।
पीएम मोदी और मैक्रों रणनीतिक साझेदारी-2047 के रोडमैप को भी अंतिम रूप देंगे। भारत और फ्रांस की रक्षा साझेदारी को और मजबूती देने के तहत फ्रांस भारत से मल्टी बैरल रॉकेट लॉन्चर प्रणाली पिनाक खरीदने पर चर्चा कर रहा है।
मार्सिले में वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन
पीएम मोदी मार्सिले में भारत के नए वाणिज्य दूतावास का उद्घाटन करेंगे। वे अंतरराष्ट्रीय थर्मोन्यूक्लियर प्रायोगिक रिएक्टर परियोजना का दौरा करने के साथ प्रथम और द्वितीय विश्व युद्ध में शहीद भारतीय सैनिकों को मजारगुएस युद्ध कब्रिस्तान में श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे।
राष्ट्रपति मैक्रों ने भारत को “प्रशिक्षण महाशक्ति” बताते हुए कहा कि भारत हर साल दस लाख से अधिक इंजीनियर तैयार करता है, जो अमेरिका और यूरोप के संयुक्त आंकड़ों से अधिक है। उन्होंने भारत-फ्रांस सहयोग को और मजबूत करने की प्रतिबद्धता जताई।
सम्मेलन का महत्व
यह सम्मेलन एआई की वैश्विक गवर्नेंस, सुरक्षा और इसके ऊर्जा संसाधनों पर प्रभाव को लेकर अहम माना जा रहा है। फ्रांस-भारत वाणिज्य एवं उद्योग चैंबर के अध्यक्ष कौमार आनंद ने इसे “मील का पत्थर” करार दिया।
भारत और फ्रांस के बीच द्विपक्षीय व्यापार 20 अरब डॉलर के भीतर रहा है, लेकिन इस सम्मेलन के जरिए दोनों देशों के बीच तकनीकी और रणनीतिक साझेदारी को नई दिशा मिलने की उम्मीद है