हरिद्वार: सावन के पवित्र महीने में, जब चारों ओर ‘बम बम भोले’ की गूंज और भगवा रंग की छटा बिखरी हुई है, सनातन धर्म फाउंडेशन के अध्यक्ष और निरंजनी अखाड़े के महामंडलेश्वर श्री नारायण गिरी जी महाराज आज हरिद्वार पहुंचे। उन्होंने पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी में अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी जी महाराज से भेंट की। यह मुलाकात सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार और सामाजिक कार्यों को गति देने के लिए महत्वपूर्ण मानी जा रही है।
महामंडलेश्वर नारायण गिरी जी महाराज, जो हैदराबाद में निवास करते हैं, सनातन धर्म के उत्थान और समाज सेवा में निरंतर योगदान दे रहे हैं। उनके नेतृत्व में सनातन धर्म फाउंडेशन द्वारा 1008 कुंडीय यज्ञ, 1008 कन्याओं के विवाह जैसे पुण्य कार्यों के साथ-साथ शिक्षा, स्वास्थ्य और सामाजिक कल्याण के लिए अनेक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। उनके इन कार्यों ने समाज में सनातन धर्म की जड़ों को और मजबूत करने के साथ ही जरूरतमंदों के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का काम किया है।
निरंजनी अखाड़े में हुई इस मुलाकात के दौरान श्री महंत रविंद्र पुरी जी ने नारायण गिरी जी के सामाजिक और धार्मिक योगदान की सराहना की। उन्होंने कहा, “महामंडलेश्वर नारायण गिरी जी का सनातन धर्म के प्रति समर्पण और समाज सेवा का जज्बा प्रेरणादायी है। उनके कार्य सनातन संस्कृति को नई ऊंचाइयों तक ले जा रहे हैं।”
सावन मास में हरिद्वार में कांवड़ यात्रा की धूम और सनातन धर्म की आध्यात्मिक ऊर्जा के बीच नारायण गिरी जी का आगमन संत समाज और श्रद्धालुओं के लिए उत्साह का विषय रहा। इस अवसर पर संतों और भक्तों ने उनके सामाजिक कार्यों की चर्चा करते हुए सनातन धर्म के प्रचार-प्रसार के लिए उनके प्रयासों को सराहा।
महामंडलेश्वर नारायण गिरी जी ने कहा, “सनातन धर्म हमारी सांस्कृतिक धरोहर है। हमारा उद्देश्य समाज में प्रेम, एकता और सेवा की भावना को बढ़ावा देना है। सावन का यह पवित्र माह हमें भगवान शिव की भक्ति और समाज कल्याण के लिए और अधिक प्रेरित करता है।”
यह मुलाकात और नारायण गिरी जी के कार्य न केवल सनातन धर्म के अनुयायियों बल्कि पूरे समाज के लिए एक प्रेरणा हैं। उनके नेतृत्व में सनातन धर्म फाउंडेशन द्वारा किए जा रहे कार्य भविष्य में भी समाज को नई दिशा प्रदान करते रहेंगे।