**मेरठ, 20 मार्च 2025**
हर हर महादेव के उद्घोष के साथ आज मेरठ में एक महत्वपूर्ण प्रेस विज्ञप्ति जारी की गई। शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी महाराज ने हिंदू समाज को एकजुट होकर संघर्ष का आह्वान किया। यह घोषणा 17 मार्च 2025 को दिल्ली के जंतर मंतर पर हुए घटनाक्रम के बाद आई, जहां मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड और मौलाना मदनी के नेतृत्व में भारी संख्या में मुसलमानों ने वक्फ बोर्ड संशोधन के विरोध में प्रदर्शन किया था। इस दौरान अनिल चौधरी और सचिन सिरोही ने मुस्लिम भीड़ के बीच जाकर नन्ही हनुमान चालीसा का पाठ करने का साहस दिखाया, जिसके बाद प्रशासन ने उन्हें नजरबंद करने की कोशिश की। हालांकि, इन दोनों के साहस ने हिंदू समाज में नई चेतना जगा दी।
#### जंतर मंतर पर साहसिक कदम
17 मार्च को जंतर मंतर पर मुस्लिम संगठनों ने “शाहीन बाग” जैसा माहौल बनाने की कोशिश की। इस बीच, महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी और उनके शिष्यों—पिंकी चौधरी, अनिल चौधरी, अनिल यादव, डॉ. उदिता त्यागी, चहन सिंह बलियान, सचिन सिरोही, डॉ. योगी, मोहित बजरंगी आदि—ने हनुमान चालीसा पढ़ने का संकल्प लिया। प्रशासन ने इन सभी को नजरबंद कर दिया, लेकिन अनिल चौधरी और सचिन सिरोही ने प्रतिबंधों को तोड़ते हुए जंतर मंतर पहुंचकर अपनी बात रखी। इसके बाद प्रशासन ने मुस्लिम भीड़ को तितर-बितर कर दिया, जिससे कट्टरपंथियों के मंसूबे नाकाम हो गए। हिंदू समाज ने इसे बड़ी जीत के रूप में देखा और दोनों को अभिनंदन के पात्र बताया।
#### 30 मार्च को जंतर मंतर पर प्रचंड प्रदर्शन
महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी जी ने ऐलान किया कि हिंदू नववर्ष के पहले दिन, चैत्र नवरात्रि (30 मार्च 2025) को दिल्ली के जंतर मंतर पर वक्फ बोर्ड की समाप्ति की मांग को लेकर विशाल शक्ति प्रदर्शन किया जाएगा। उन्होंने कहा, “हिंदुओं का धैर्य अब खत्म हो चुका है। यह बलिदान का समय है। अगर हम आज नहीं लड़े, तो हमारा सब कुछ अफगानिस्तान, पाकिस्तान और कश्मीर की तरह नष्ट हो जाएगा।” उन्होंने हिंदुओं से अपने घर, परिवार और बेटियों की रक्षा के लिए संघर्ष शुरू करने की अपील की।
#### “वक्फ बोर्ड खत्म हो, इस्लाम का चेहरा बेनकाब होगा”
यति नरसिंहानंद गिरी जी ने कहा कि वक्फ बोर्ड के नाम पर मुस्लिम संगठन हिंदुओं को धमकियां दे रहे हैं, जबकि भारत विभाजन के समय उनके पूर्वज अपनी जमीन लेकर जा चुके थे। उन्होंने जोर देकर कहा, “यहां मस्जिद, मदरसा या दरगाह की कोई जमीन नहीं है। हमारे पूर्वजों की गलती थी कि उन्होंने धर्म के आधार पर विभाजन के बाद इनका सफाया नहीं किया। अब हिंदू जाग रहा है और इस्लाम के जिहादी चेहरे को बेनकाब करेगा।”
#### हिंदू समाज का एकजुटता का आह्वान
कार्यक्रम में सचिन सिरोही, चहन सिंह बलियान, डॉ. योगेंद्र योगी, संजय सभरवाल, कार्तिक हिंदू, कुलदीप सैनी, धर्मेंद्र मलिक, गोपाल बंसीवाल, नवीन त्यागी, दीपक बिधूड़ी, सर्वेश उपाध्याय, चंचल चौधरी सहित कई हिंदूवादी नेता मौजूद रहे। सभी ने 30 मार्च को जंतर मंतर पर कट्टरपंथियों को जवाब देने के लिए भारी संख्या में पहुंचने का संकल्प लिया।
यह खबर हिंदू समाज के बढ़ते जागरूकता और एकजुटता का संकेत देती है, जो आने वाले दिनों में देश की राजनीति और सामाजिक माहौल को प्रभावित कर सकती है।