प्रयागराज। मौनी अमावस्या के अवसर पर महाकुंभ में संगम तट पर हुई भगदड़ में 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि कई घायल और बेहोश हो गए। प्रशासन ने तत्काल राहत-बचाव कार्य शुरू कर दिया है और स्थिति अब नियंत्रण में बताई जा रही है।
घटना देर रात करीब 2 बजे की है, जब अमृत स्नान के लिए भारी भीड़ उमड़ पड़ी। भगदड़ के कारण कई महिलाएं और बच्चे जमीन पर गिर गए, जिससे कई लोग घायल हो गए। घायलों को 50 से अधिक एंबुलेंस की मदद से अस्पताल पहुंचाया गया। कुछ लोगों को मोटरसाइकिल से भी अस्पताल ले जाया गया।
सेना और एनएसजी ने संभाला मोर्चा
हालात बिगड़ने पर सेना और एनएसजी ने मोर्चा संभाल लिया है। प्रशासन और स्थानीय पुलिस लगातार लोगों से संयम बरतने और अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील कर रहे हैं।
अखाड़ों ने स्नान रोकने का फैसला लिया
घटना के बाद भारी भीड़ को देखते हुए निरंजनी और महानिर्वाणी अखाड़ों ने अमृत स्नान रोकने का निर्णय लिया है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्रीमहंत रविंद्र पुरी ने बताया कि स्थिति में सुधार होने तक अखाड़े स्नान के लिए नहीं निकलेंगे।
प्रशासन की अपील
प्रशासन ने श्रद्धालुओं से संयम बनाए रखने और मेले में अफवाहों से बचने की अपील की है। मौके पर राहत कार्य जारी है और घायलों का इलाज सेंट्रल हॉस्पिटल में किया जा रहा है।