प्रयागराज, 13 फरवरी: महाकुंभ के अवसर पर पूज्यपाद जगद्गुरु शंकराचार्य गोवर्धन पीठाधीश्वर महाराज जी के आशीर्वाद एवं पूज्य स्वामी जी महाराज के मार्गदर्शन में 6 से 12 फरवरी तक ज्ञान यज्ञ का आयोजन किया गया। यह आयोजन संगम तट पर, सेक्टर 19, संगम लोअर मार्ग, प्रयागराज में स्थित शिविर में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम में वृंदावन से पधारे कथा व्यास पंडित श्री विवेक मिश्र जी ने भक्तों को मानव जीवन की सार्थकता, त्याग, दान, राष्ट्रभक्ति एवं भगवत प्राप्ति के गूढ़ रहस्यों का बोध कराया। उन्होंने स्वधर्म पालन पर विशेष बल देते हुए कहा कि भगवान के अवतार केवल लीला करने के लिए नहीं होते, बल्कि धर्म रक्षा और अधर्म के विनाश के लिए भी होते हैं।
कथा में भगवान कृष्ण के पराक्रम का उल्लेख करते हुए उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने पुतना, कंस और अन्य राक्षसों का संहार किया। वर्तमान समय में सनातन धर्म को कमजोर करने वाले तत्वों के प्रति सचेत रहने और धर्म व राष्ट्र की रक्षा के लिए संगठित होने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के मुख्य यजमान श्री प्रेमचंद्र झा जी ने सनातन धर्म की रक्षा हेतु सभी को भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित करने के लिए कटिबद्ध होने का संकल्प लेने की प्रेरणा दी। उन्होंने कहा कि हिंदू समाज को अपने गौरव और धार्मिक मूल्यों की रक्षा के लिए सक्रिय योगदान देना चाहिए।
ज्ञान यज्ञ में देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने बड़ी संख्या में भाग लिया और सनातन धर्म के उत्थान के संकल्प के साथ कार्यक्रम को सफल बनाया।