Abstract Divine Dance अकादमी द्वारा हरिद्वार में कथक नृत्य की कार्यशाला का आयोजन किया गया है जो कि जो 18मई से 21 मई तक चलेगा। कथक नृत्य की शिक्षा प्रदान करने वाराणसी के रहने वाले पर वर्तमान में श्री धाम वृंदावन में अपनी नृत्य साधना में रत आशीष सिंह (नृत्य मंजरी दास) जी आ रहे हैं। जो बच्चो को कथक नृत्य की तालीम देंगे। तीनताल, धमार, पचम सवारी आदि तालों में बच्चो को बंदिशे सीखा रहे।
कार्यशाला की आयोजक माधवी भट्टाचार्य ने बताया, ऐसे आयोजनों से बच्चो में एक नया उत्साह देखा जाता है। नया देखने सीखने को मिलता है, नई उमंग बनी रहती है, और अपनी भारतीय शास्त्रीय नृत्य का भी प्रचार होता रहता है, जो की आज के समय में बहुत जरूरी है।
आशीष सिंह जी ने बताया कि,,,,, हमारी शास्त्रीय नृत्य कला की धरोहर को बचाने के उद्देश्य से ऐसे अयोजन होते रहने चाहिए lजहा आज बॉलीवुड के गानों पे जाकर बच्चे नृत्य सीख रहे,जो भारतीय संस्कृति से अलग हैं।उनको अपनी संस्कृति को जानने और पहचानने का अवसर प्राप्त होगा।
आशीष सिंह कथक कार्यशालाओ के माध्यम से देश के अलग अलग हिस्सों में जाकर विद्यार्थियों को कथक नृत्य की शिक्षा प्रदान करते हैं, उनका कहना है कि बड़े शहरों में तो बहुत कलाकार वर्ग कार्य कर रहा पर गांव और पहाड़ों पे कम लोग दिखते हैं। इसका कारण ये भी है की यहां काम भी नहीं है, पर हुनर तो कही भी मिल सकती हैं, और मेरा उद्देश्य तो यही है कि मैं जहा तक हो सके। कथक नृत्य को घर घर तक पहुंचा सकू।