हरिद्वार, 3 अप्रैल 2025: श्री अखंड परशुराम अखाड़ा के तत्वावधान में श्री बिल्वकेश्वर महादेव मंदिर में आयोजित श्रीमद् देवी भागवत कथा के पांचवें दिन कथा व्यास भागवताचार्य पंडित पवन कृष्ण शास्त्री ने श्रद्धालुओं को कथा सुनाई। उन्होंने कहा कि जब-जब देवराज इंद्र और देवताओं पर संकट आया, मां भगवती ने उनकी रक्षा की। शास्त्री ने विश्वरूप और वृत्तासुर की कथा का वर्णन करते हुए बताया कि देव गुरु बृहस्पति के त्याग के बाद इंद्र ने विश्वरूप को गुरु बनाया, लेकिन उनकी हत्या के बाद त्वष्टा ऋषि ने वृत्तासुर को जन्म दिया। मां भगवती के आशीर्वाद से ही इंद्र ने वज्र से वृत्तासुर का वध किया। ब्रह्म हत्या से मुक्ति के लिए इंद्र ने नौ दिनों तक देवी भागवत कथा सुनी और मां की कृपा से पापमुक्त हुए।
शास्त्री ने कहा कि नवरात्रि में देवी भागवत कथा का पाठ और मां भगवती का पूजन करने से भक्तों के सभी कष्ट दूर होते हैं। अखाड़े के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंडित अधीर कौशिक ने बताया कि अखाड़ा विभिन्न अवसरों पर राम कथा, भागवत कथा, शिव महापुराण और देवी भागवत कथा का आयोजन करता है। उन्होंने यह भी घोषणा की कि 30 अप्रैल को भगवान परशुराम जयंती के उपलक्ष्य में 11 मई को भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी।
कार्यक्रम में मंदिर व्यवस्थापक सतीश वन महाराज, लाहू वन महाराज, महंत रवि पुरी सहित विशाल गर्ग, हेमंत काला, एकता सूरी, पंडित कृष्णा शास्त्री, रोहित शर्मा, सुमेश चावला, सुषमा शर्मा, पूजा वशिष्ठ, शालू कौशिक आदि उपस्थित रहे। कथा के दौरान पूजन संपन्न कर श्रद्धालुओं ने मां भगवती की आराधना की।