**गाजियाबाद, 21 मार्च 2025**
शिवशक्ति धाम डासना के पीठाधीश्वर और श्रीपंचदशनाम जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर यति नरसिंहानंद गिरी ने लोनी में सनातन धर्म और रामायण के कथित अपमान के विरोध में कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने इस घटना के लिए अजय मिश्रा और उनकी टीम को जिम्मेदार ठहराते हुए जल को छोड़कर हर चीज का त्याग कर दिया है। यति नरसिंहानंद ने चेतावनी दी है कि यदि सोमवार तक इस मामले में दोषी अधिकारियों पर कार्रवाई नहीं हुई, तो वह अजय मिश्रा के कार्यालय पर जाकर जल का भी त्याग कर प्राण त्याग देंगे।
उन्होंने एक वीडियो जारी कर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को संबोधित करते हुए कहा, “सनातन धर्म के प्राण रूपी रामायण का यह अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। दोषियों को सजा मिलनी चाहिए, वरना इसके दुष्परिणाम भुगतने पड़ेंगे।” यह मामला 20 मार्च को लोनी में हुई एक घटना से जुड़ा है, जिसमें अजय मिश्रा और उनके अधीनस्थ पुलिसकर्मियों पर सनातन धर्म के प्रतीकों के साथ अमानवीय व्यवहार का आरोप लगा है।
यति नरसिंहानंद के इस ऐलान से उनके समर्थकों में आक्रोश फैल गया है। उनके अनुयायियों ने इस मुद्दे पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। इस घटना ने स्थानीय स्तर पर तनाव बढ़ा दिया है, और प्रशासन की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। आने वाले दिनों में यह मामला और गंभीर रूप ले सकता है।