सैन फ्रांसिस्को। मेटा के बाद अब गूगल की मूल कंपनी अल्फाबेट ने भी अपनी विविधता, समानता और समावेश (डीईआई) पहलों की समीक्षा शुरू कर दी है। मुख्य जन अधिकारी फियोना सिकोनी ने बुधवार को कर्मचारियों को भेजे ईमेल में कहा कि 2020 में तय किए गए विविधता-आधारित भर्ती लक्ष्यों को अब नहीं अपनाया जाएगा और कंपनी कम प्रतिनिधित्व वाले समूहों के लिए विशेष नियुक्ति कार्यक्रमों को समाप्त करेगी।
गौरतलब है कि 2020 में जॉर्ज फ्लॉयड की मौत के बाद गूगल उन कंपनियों में शामिल थी, जिन्होंने समावेशी नीतियों को मजबूत किया था। लेकिन अब, 2023 में अमेरिकी सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले के बाद कई अमेरिकी कंपनियां अपनी डीईआई नीतियों की पुनर्समीक्षा कर रही हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि गूगल और मेटा का यह फैसला कार्पोरेट अमेरिका में एक बड़े बदलाव का संकेत है, जो अन्य कंपनियों को भी प्रभावित कर सकता है।