हरिद्वार। एस. एम. जे. एन. पी. जी. कॉलेज में महान छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर “शिवाजी का व्यक्तित्व एवं कृतित्व” विषय पर बौद्धिक परिचर्चा का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मां सरस्वती वंदना से हुआ।
कॉलेज के प्राचार्य डॉ. सुनील कुमार बत्रा ने कहा, “छत्रपति शिवाजी महाराज संपूर्ण भारत के जन-जन के हृदय में बसे हैं। उनकी वीरता, रणनीति और युद्ध कौशल हमें मातृभूमि के प्रति कर्तव्य निभाने की प्रेरणा देते हैं।”
अधिष्ठाता छात्र कल्याण डॉ. संजय कुमार माहेश्वरी ने कहा, “शिवाजी महाराज भारत के गौरवशाली इतिहास के केंद्र बिंदु हैं। उनकी बुद्धिमत्ता और शौर्य ने मराठा साम्राज्य को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया और स्वराज के प्रति साहस भरा।”
इस अवसर पर वार्ड मेंबर यादराम वालिया, विकास शर्मा और पूर्व छात्र आदर्श कश्यप ने भी शिवाजी महाराज को उनके अदम्य साहस के लिए याद किया।
कार्यक्रम में आयोजित भाषण प्रतियोगिता में मोहिनी और अपराजिता को प्रथम, कशिश और दिव्यांशु नेगी को द्वितीय, तथा चंद्रकिरण और अंश को तृतीय पुरस्कार मिला। निर्णायक मंडल में डॉ. मोना शर्मा और डॉ. सरोज शर्मा शामिल रहे।
कार्यक्रम के संयोजक मंडल में डॉ. पद्मावती तनेजा, डॉ. पल्लवी और श्रीमती ऋचा मिनोचा ने विशेष योगदान दिया। इस अवसर पर डॉ. शिवकुमार चौहान, वैभव बत्रा, दिव्यांश शर्मा, हरीश चंद्र जोशी, अर्शिका, गौरव बंसल, सौरभ सैनी, आदित्य नौटियाल, ईशा कश्यप सहित अनेक छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।