लाजपत राय मेहरा न्यूरोथैरेपी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट का रजत जयंती समारोह धूमधाम से संपन्न
हरिद्वार। लाजपत राय मेहरा न्यूरोथैरेपी रिसर्च एंड ट्रेनिंग इंस्टिट्यूट के 25वें वार्षिक अधिवेशन और रजत जयंती समारोह का आयोजन हरिद्वार के जम्मू यात्री भवन, भूपतवाला में भव्यता के साथ किया गया। तीन दिवसीय इस कार्यक्रम का शुभारंभ 24 जनवरी 2025 को दीप प्रज्ज्वलन के साथ हुआ। कार्यक्रम का समापन 26 जनवरी को होगा।
संस्थान के एकेडमिक प्रभारी अजय गांधी ने कहा कि न्यूरोथैरेपी के जनक डॉ. लाजपत राय मेहरा का सपना था कि हर छठे गांव में न्यूरोथैरेपी क्लीनिक स्थापित हो, जिससे बिना दवा के न्यूनतम दरों पर मरीजों का इलाज संभव हो सके। उनके इस सपने को साकार करने के लिए संस्थान निरंतर प्रयासरत है।
संस्थान के अध्यक्ष राम गोपाल परिहार ने कहा कि न्यूरोथैरेपी दवा रहित चिकित्सा पद्धति है, जो रोगियों के लिए वरदान साबित हो रही है। पिछले 25 वर्षों में संस्थान ने वैकल्पिक चिकित्सा और वैदिक चिकित्सा के क्षेत्र में अद्वितीय योगदान दिया है। समारोह के दौरान ऑर्थोपेडिक डिसऑर्डर पर विशेष प्रशिक्षण सत्र भी आयोजित किया जा रहा है, जो नई पीढ़ी के न्यूरोथैरेपिस्ट्स के लिए एक महत्वपूर्ण कदम होगा।
संस्थान के कोषाध्यक्ष सुमित महाजन ने न्यूरोथैरेपी को वैश्विक स्तर पर पहचान दिलाने के लक्ष्य को दोहराते हुए इसे वैदिक चिकित्सा के साथ वैज्ञानिक रूप से स्थापित करने की प्रतिबद्धता जताई।
कार्यक्रम में राष्ट्रीय सेवा भारती के संगठन मंत्री सुधीर जी, गांधी नगर विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. कमलेश, ओम स्टर्लिंग ग्लोबल यूनिवर्सिटी के वाइस चांसलर डॉ. एन.पी. कौशिक, और अन्य प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने भाग लिया। उत्तर भारत के प्रसिद्ध अभिनेता उत्तर कुमार (धाकड़ छोरा) ने भी न्यूरोथैरेपी के अपने सकारात्मक अनुभव साझा करते हुए सभी चिकित्सकों को शुभकामनाएं दीं।
संस्थान की उपलब्धियां:
25 वर्षों में शिक्षा, रोजगार, और शोध के क्षेत्र में उल्लेखनीय प्रगति।
युवाओं को स्वरोजगार और वैकल्पिक चिकित्सा के जरिए आत्मनिर्भर बनाने का सतत प्रयास।
न्यूरोथैरेपी को जन-स्वास्थ्य मिशन में एक मजबूत स्तंभ के रूप में स्थापित करना।
कार्यक्रम के दौरान अतिथियों को सम्मानित किया गया और न्यूरोथैरेपी के महत्व को रेखांकित किया गया। रजत जयंती समारोह ने न्यूरोथैरेपी के क्षेत्र में नई ऊर्जा और प्रेरणा का संचार किया।