देहरादून, 11 नवम्बर 2025 — शहर के ओएनजीसी चौक के पास आधी रात के करीब एक कार कंटेनर से टकरा गई, जिसमें सात दोस्त सवार थे। इस दुर्घटना में छह दोस्तों की दर्दनाक मृत्यु हो गई जबकि एक युवक गंभीर रूप से घायल हुआ।
घटना उस रात लगभग 1 बजे 19 मिनट पर हुई। जर्जर कंटेनर के पिछले हिस्से से टकराने के बाद कार लगभग 150 मीटर रफ्तार से निकलते हुए एक पेड़ से टकराई और पलट गई।
सवार सात युवकों में शामिल थे: गुनीत, कुणाल कुकरेजा, ऋषभ जैन, नव्या गोयल, अतुल अग्रवाल, कामाक्षी तथा सिद्धेश अग्रवाल। इनमें से सिद्धेश की जान बच गई।
घटना को एक साल से अधिक समय हो गया है, लेकिन अब तक इस मामले में चार्जशीट दाखिल नहीं हो पाई है।
वाहन चालक को 12 दिन बाद पकड़ा गया था, पर मृतकों के परिवार आज भी न्याय की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
मृतक कामाक्षी की ओर से भी मामले में ज़िम्मेदारों की जवाबदेही तय करने की माँग उठी है, जिसमें कंटेनर के मालिक, संचालनकर्ता व संबंधित विभाग शामिल हैं।
परिवारों का कहना है कि एक-साल के बाद भी उन्हें न्याय नहीं मिला है, उनका दर्द अभी भी बरकरार है। उन्होंने पूछा है कि आखिर कैसे यह जर्जर कंटेनर सार्वजनिक सड़क पर चल रहा था।
यह घटना सिर्फ एक सड़क दुर्घटना नहीं है—यह सुरक्षा नियमों की अनदेखी, जिम्मेदारी के अभाव और पीड़ितों के परिवारों द्वारा न्याय की लंबी प्रतीक्षा का प्रतीक बन गयी है। मुझे बताएँ यदि आप इस खबर में पीड़ित परिवारों की प्रतिक्रिया, पुलिस जवाबदेही या आगे की जांच की विस्तृत जानकारी शामिल करना चाहें।




