हरिद्वार। देवभूमि उत्तराखंड की पवित्र भूमि हरिद्वार की उपनगरी जगजीतपुर, कनखल में नव-निर्मित गंगेश्वर महादेव मंदिर का तीन दिवसीय प्राण-प्रतिष्ठा महोत्सव शुक्रवार को श्रद्धा और भक्ति के वातावरण में संपन्न हुआ।
कार्यक्रम के दौरान विद्वान आचार्य गिरीश चंद्र थपलियाल, पंकज बडोनी और अजय ममगई ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ गणेश, पार्वती, कार्तिकेय, नंदी और शिवलिंग की विधिवत स्थापना कर प्राण-प्रतिष्ठा संस्कार पूर्ण करवाया। इस अवसर पर मंदिर परिसर को फूलों से सजाया गया था, जो भक्तिमय वातावरण में आकर्षण का केंद्र बना रहा।
प्राण-प्रतिष्ठा के उपरांत महाआरती और भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने प्रसाद ग्रहण किया। भंडारा दोपहर 12 बजे से आरंभ होकर देर शाम तक चला। इससे पूर्व गाजे-बाजे और जयघोषों के साथ शिवलिंग की शोभायात्रा निकाली गई, जो नगर के प्रमुख मार्गों से गुजरी। जगह-जगह श्रद्धालुओं ने पुष्पवर्षा कर स्वागत किया और महिलाओं ने शिवलिंग की आरती उतारी।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित भाजपा के पूर्व कैबिनेट मंत्री व विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने कहा कि कनखल की कण-कण में शिव का वास है और महादेव की आराधना से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। उन्होंने मंदिर निर्माण में योगदान देने वाले सभी लोगों को बधाई दी।
मंदिर के संस्थापक सदस्य अवधेश झा ने बताया कि मूर्ति स्थापना, यज्ञ, शोभायात्रा और भंडारे के माध्यम से पूरा आयोजन श्रद्धा और सामूहिक सहयोग से सम्पन्न हुआ। उन्होंने कहा कि प्राण-प्रतिष्ठा से मंदिर में स्थापित मूर्तियों में जीवंतता आती है और यह आयोजन समाज में भाईचारे और एकता का संदेश देता है।
इस अवसर पर काली प्रसाद साह, विष्णु देव साह, रीना देवी, खुशबू झा, सोहन सिंह नेगी, संजीव गुर्जर, संजय यादव, सतीश शर्मा, शिवम गुर्जर, किशन कश्यप, रेखा, बबली, साशनी देवी, संतोष कुमार, सुनीता सिंह, विकास कुमार झा सहित बड़ी संख्या में स्थानीय लोग व पत्रकारगण उपस्थित रहे।




