हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े में रविवार को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की महत्वपूर्ण बैठक संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता परिषद अध्यक्ष श्रीमहंत हरि गिरि महाराज ने की। इसमें संत समाज ने सर्वसम्मति से निर्णय लिया कि उत्तराखंड आपदा से प्रभावित लोगों की हर संभव सहायता की जाएगी।
बैठक में श्रीमहंत रविंद्र पुरी महाराज, जूना अखाड़े के सभापति श्रीमहंत मोहन भारती महाराज, हिमालय पीठाधीश्वर महामंडलेश्वर वीरेंद्र आनंद जी महाराज, बड़े अखाड़ा उदासीन के महामंडलेश्वर हरि चेतनानंद जी महाराज और निरंजनी अखाड़ा के राष्ट्रीय सचिव श्रीमहंत राम रतन गिरी जी महाराज सहित अनेक संत मौजूद रहे।
श्री महंत रविंद्र पुरी ने बताया कि परिषद ने निर्णय लिया कि आपदा पीड़ितों को आर्थिक सहायता उपलब्ध कराई जाएगी और सड़कों एवं घरों के पुनर्निर्माण कार्य में भी सहयोग दिया जाएगा। इसके लिए परिषद का एक प्रतिनिधिमंडल शीघ्र ही आपदा प्रभावित क्षेत्रों का सर्वेक्षण करेगा।
संत समाज ने यह भी घोषणा की कि प्रदेश सरकार के साथ मिलकर शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ किया जाएगा। सीमांत और दुर्गम क्षेत्रों में अखाड़ा परिषद द्वारा आवासीय विद्यालय स्थापित किए जाएंगे, जहाँ अनाथ और आर्थिक रूप से कमजोर बच्चों को निःशुल्क शिक्षा, भोजन और आवास उपलब्ध कराया जाएगा।
बैठक में संतों ने कहा कि उद्योगपतियों और सक्षम लोगों से सहयोग लेकर फंड एकत्र किया जाएगा ताकि प्रभावित क्षेत्रों में तेजी से विकास कार्य हो सके और वहां के लोगों को आर्थिक रूप से संबल मिल सके।