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प्रेरणादायी सफलता की कहानी: ब्यूटी क्वीन से भारतीय सेना की लेफ्टिनेंट बनीं कशिश मेथवानी

नई दिल्ली, 13 सितंबर 2025 — “शक्ति” श्रृंखला के तहत पेश है कशिश मेथवानी की कहानी — एक ऐसी युवती जिन्होंने ब्यूटी पेजेंट की दुनिया की चमक-दमक से निकल कर राष्ट्र सेवा के पथ पर कदम रखा और भारतीय सेना की वर्दी पहन ली।

 

 

 

शुरुआती जीवन एवं शिक्षा

 

कशिश मेथवानी का जन्म 9 जनवरी 2001 को मुंबई के एक सिंधी परिवार में हुआ। उनके पिता वैज्ञानिक हैं और माता शिक्षिका। बचपन से उन्हें शिक्षा और संस्कारों की महत्ता समझी गई।

 

उन्होंने आर्मी स्कूल से प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की। बाद में उन्होंने बायोटेक्नोलॉजी में MSc की डिग्री हासिल की और बाद में IISc बैंगलोर में Neuroscience के क्षेत्र में “गामा ब्रेन वेव्स” पर शोध किया।

 

 

 

 

ब्यूटी क्वीन से सैन्य अधिकारी का सफर

 

अपने कॉलेज के दिनों में कशिश ने एनसीसी (National Cadet Corps) ज्वॉइन किया था और गणतंत्र दिवस परेड कैंप के लिए चयनित हुईं। इस दौरान उन्होंने अपना प्रदर्शन बेहतर कर All India Best Cadet Trophy भी जीती।

 

ब्यूटी पेजेंट की दुनिया में भी उन्होंने नाम कमाया। Miss International India 2023 और Glamanand Supermodel India 2022 जैसे मुक़ाबलों में वह उपस्थित रहीं।

 

लेकिन ब्यूटी के साथ उन्होंने यह महसूस किया कि अभ्यास, अनुशासन और राष्ट्र सेवा में उनका असली आकर्षण है।

 

 

 

 

सेना में प्रवेश और उपलब्धियाँ

 

2024 में कशिश ने Combined Defence Services परीक्षा दी और ऑल इंडिया रैंक 2 हासिल की।

 

6 सितंबर 2025 को उन्होंने लेफ्टिनेंट के रूप में भारतीय सेना में कमीशन प्राप्त किया।

 

उनकी सैन्य प्रशिक्षण उपलब्धियों में शामिल हैं:

• आर्मी एयर डिफेंस मेडल

• मार्चिंग और शूटिंग में गोल्ड मेडल

• सिख लाइन इन्फैंट्री रेजिमेंट मेडल, एकेडमी में श्रेष्ठ शूटिंग स्कोर, ड्रिल एंड डिसिप्लिन बैज

 

इसके अलावा, कशिश स्कूल समय से ही खेलों में अग्रणी रही हैं; उदाहरण के लिए, इंटरकॉलेज बास्केटबॉल प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी का पुरस्कार भी उन्हें प्राप्त हुआ।

 

 

 

 

संदेश एवं प्रेरणा

 

कशिश मेथवानी की कहानी सिर्फ़ व्यक्तिगत सफलता नहीं है, बल्कि समाज के कई मिथकों को चुनौती है —

 

“लड़कियाँ सिर्फ़ शो-बाज़ी तक सीमित होती हैं”

 

“राष्ट्र सेवा केवल कुछ विशेष लोगों का काम है”

 

 

उनका जीवन दिखाता है कि साहस, लक्ष्य और दृढ़ इच्छाशक्ति के साथ कोई भी अपनी भूमिका बदल सकता है, चाहे वो ब्यूटी क्वीन हो या सेना अधिकारी।

 

 

 

निष्कर्ष

 

कशिश मेथवानी ने यह प्रमाणित किया है कि शौक और कर्तव्य, सौंदर्य और अनुशासन, प्रतिभा और निष्ठा मिलकर जीवन को विशालता दे सकते हैं। उनसे सीख मिलती है कि सपने सिर्फ़ देखने के लिए नहीं, बल्कि उन्हें पूर्ण करने के लिए हैं।

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