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उत्तरकाशी आपदा: गंगोत्री हाईवे का 100 मीटर भाग बर्बाद, राहत-रिफ़्यूज में बाधा

उत्तरकाशी, 6 अगस्त: भारी बारिश और बादल फटने की घटना के कारण गंगोत्री-उत्तरकाशी राष्ट्रीय राजमार्ग (NH‑34) का लगभग 100 मीटर का हिस्सा पपीलगड़ (Papadgad) के समीप क्षतिग्रस्त हो गया, जिससे मार्ग पूरी तरह बंद हो गई। भारी मलबा मार्ग में अवरोध पैदा कर रहा है, जिससे राहत-बचाव कार्यों में गंभीर बाधाएँ आ रही हैं ।

 

⚠️ संकटपूर्ण स्थिति और प्रभावित क्षेत्र

 

यह प्रभाव पटवारी से धराली और गंगोत्री मार्ग भी प्रभावित हुआ है; कई स्थानों पर सड़क पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है ।

 

अलग-अलग रिपोर्ट्स के अनुसार, बचाव दल भटवाड़ी (Bhatwari) के पास लगातार गिरने वाले मलबे और जलप्रवाह से आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं; 30 मीटर की सड़क ध्वस्त होती दिखाई दे रही है ।

 

 

आपदा का स्वरूप और पिछले अपडेट

 

5 अगस्त को धराली गांव के पास गीर गंगा नदी के ऊपरी भाग में अचानक बादल फटने से तेज पानी और मलबा गांव में आया, जिससे घर, दुकानें, होटेल और होमस्टे क्षतिग्रस्त हो गए। इस आपदा में कम से कम 4–5 लोगों की मौत हुई और 50 से 100 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं, जिसमें भारतीय सेना के 11 जवान भी शामिल हैं ।

 

130 से 150 लोग सुरक्षित स्थानों पर पहुँचाए गए, जिसमें से कई एयरलिफ्ट किए गए थे; राहत एवं बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी हैं ।

 

 

️ बचाव-राहत गतिविधियाँ

 

BRO (Border Roads Organisation) ने मार्ग बहाली और मलबा हटाने में पहल की है, लेकिन लगातार बारिश के कारण कार्य कठिनाई वाला हो रहा है ।

 

भारतीय सेना, ITBP, SDRF, NDRF, पुलिस और लोकल एजेंसियों की संयुक्त टीम संचालित है। सेना ने ड्रोन, खोजी कुत्ते, इंजीनियरिंग मशीनरी और हेलिकॉप्टर सहित संसाधन तैनात किए हैं ।

 

गगनदुर्गी मार्ग के कटने से कुछ राहत दलों को हेलीकॉप्टर से धराली तक एयरलिफ्ट करना पड़ा, जबकि कुछ दल पैदल पहुँचने को बाध्य हैं ।

 

 

प्रमुख जानकारी

 

घटना विवरण

 

घटनास्थल NH‑34, Papadgad, Uttarkashi–Gangotri मार्ग

सड़क क्षति ~100 मी. हिस्सा बह गया; अन्य खंड पर भी अवरोध

मार्ग अवरुद्ध भटवाड़ी, सोनागड़, हर्षिल, धराली

प्रभावित लोग 4–5 मृत, 50–100+ लापता (जिसमें 11 सैनिक शामिल)

बचाव 130‑150 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया गया

संरक्षण कार्रवाइयाँ BRO, सेना, SDRF, NDRF, ITBP, ड्रोन और खोजी कुत्ते सहायता में

 

 

राज्य सरकार, प्रशासन और रक्षा बल संयुक्त रूप से प्रभावित क्षेत्रों में आपदा प्रबंधन कार्यों को अंजाम दे रहे हैं, जबकि रेड अलर्ट के बीच मौसम विभाग ने 10 अगस्त तक भारीबारिश की चेतावनी जारी की है।

 

 

 

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