सरकार को पर्वतीय क्षेत्रों में संवेदनशीलता के साथ निर्माण नीति अपनानी चाहिए : दिवाकर भट्ट
हरिद्वार, 6 अगस्त। उत्तराखंड क्रांति दल (यूकेडी) के वरिष्ठ नेता व पूर्व मंत्री दिवाकर भट्ट ने उत्तरकाशी में हाल ही में हुई भीषण प्राकृतिक आपदा पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने बादल फटने की घटनाओं में हुए जानमाल के नुकसान को हृदयविदारक बताया और मृतकों व पीड़ितों के प्रति संवेदना प्रकट की।
दिवाकर भट्ट ने कहा कि धराला क्षेत्र और हर्षाली के आर्मी कैंप पर बादल फटने की घटनाएं यह दर्शाती हैं कि उत्तराखंड में प्रकृति के साथ अत्यधिक छेड़छाड़ हो रही है, जिसके परिणामस्वरूप आपदाओं की आवृत्ति बढ़ती जा रही है। उन्होंने कहा कि राज्य के लोगों ने जिस उत्तराखंड की परिकल्पना की थी, वह आज भी अधूरी है।
पूर्व मंत्री ने सरकार से मांग की कि पर्वतीय क्षेत्रों में हो रहे निर्माण कार्यों को लेकर ठोस और प्रभावी नीति बनाई जाए, जिससे भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकी जा सके। उन्होंने कहा कि अब समय आ गया है जब विकास के नाम पर पर्यावरणीय संतुलन से समझौता नहीं किया जाना चाहिए।