फील्ड कर्मियों को क्षेत्र में ही डटे रहने के सख्त निर्देश, अफवाहों से बचने की अपील
हरिद्वार, 06 अगस्त 2025 — लगातार हो रही बारिश के चलते हरिद्वार के कई इलाकों में जलभराव और भू-स्खलन की स्थिति बनी हुई है। जिलाधिकारी मयूर दीक्षित ने मंगलवार सुबह प्रातःकाल विभिन्न संवेदनशील स्थानों का स्थलीय निरीक्षण कर राहत एवं बचाव कार्यों की समीक्षा की।
डीएम ने सोमवार देर रात 2 बजे तक नदियों व तालाबों के जलस्तर की स्थिति की निगरानी की और सुबह भगत सिंह चौक, चंद्राचार्य चौक, ज्वालापुर अंडरपास, भीमगोडा स्थित डाट महाकाली मंदिर के पास क्षतिग्रस्त रेलवे मार्ग व मनसा देवी मंदिर क्षेत्र का दौरा किया।
निरीक्षण के दौरान डीएम ने जलभराव की स्थायी समस्या के समाधान हेतु 3डी मॉडलिंग और विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) शासन को भेजने के निर्देश दिए। सिंचाई विभाग द्वारा बताया गया कि 30 करोड़ की लागत से भगत सिंह और चंद्राचार्य चौक, जबकि 47 करोड़ की लागत से ज्वालापुर अंडरपास की डीपीआर तैयार कर ली गई है।
डीएम ने कहा कि जलनिकासी के दौरान लगे पंपों की विद्युत व्यवस्था दुरुस्त हो और सुरक्षा के सभी उपाय अपनाए जाएं। नगर निगम को नालों की नियमित सफाई सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए हैं। जल संस्थान ने स्पष्ट किया कि पंप लगातार संचालित हैं, आधुनिक तकनीक के कारण आवाज नहीं आने से भ्रम की स्थिति बनी।
भीमगोड़ा में क्षतिग्रस्त रेलवे ट्रैक के रिस्टोरेशन कार्य का भी जायजा लिया गया। मनसा देवी मंदिर मार्ग पर हुए भू-स्खलन के स्थायी समाधान हेतु वायर क्रिएट्स कार्यों की प्रगति का निरीक्षण करते हुए अन्य संभावित क्षेत्रों में भी यह कार्य शीघ्र कराने के निर्देश दिए।
डीएम दीक्षित ने तटीय क्षेत्रों में रहने वालों से अपील की कि वे जल स्तर बढ़ने की स्थिति में सुरक्षित स्थानों अथवा राहत शिविरों में जाएं और किसी भी प्रकार की भ्रामक सूचना फैलाने से बचें।
निरीक्षण के दौरान एसएसपी प्रमेन्द्र सिंह डोबाल, नगर आयुक्त नंदन कुमार, एचआरडीए सचिव मनीष सिंह, एसडीएम जितेन्द्र कुमार, सिंचाई व जल संस्थान के अधिशासी अभियंता सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।