धर्मनगरी हरिद्वार में मनसा देवी मंदिर में हुए हादसे के बाद जिला प्रशासन और पुलिस विभाग पूरी तरह सक्रिय हो गया है। बुधवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने हरकी पौड़ी से लेकर मनसा देवी उड़न खटोले तक स्थलीय निरीक्षण किया और सुरक्षा तथा अतिक्रमण की स्थिति का जायजा लिया।
निरीक्षण के दौरान सड़क किनारे नालियों पर अवैध रूप से बनी दुकानों पर प्रशासन ने गहरी नाराज़गी जताई और नगर निगम व पुलिस विभाग को तुरंत अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिए। श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए मनसा देवी जाने वाले सभी सीढ़ी मार्गों को अस्थायी रूप से बंद कर दिया गया है।
प्रशासन ने सुभाष घाट और नाई सोता घाट क्षेत्र में दोपहिया वाहनों की अव्यवस्थित पार्किंग पर भी सख्त रुख अपनाया है और तत्काल वाहनों को हटवाने के आदेश दिए हैं। साथ ही हरकी पौड़ी क्षेत्र में अवैध रूप से संचालित दुकानों की पहचान कर उन्हें हटाने की कार्रवाई प्रारंभ कर दी गई है।
एसएसपी प्रमेंद्र सिंह डोभाल ने स्पष्ट शब्दों में कहा, “अतिक्रमण किसी भी हालत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। नियमों के विरुद्ध चलाई जा रही दुकानों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
इस अभियान में नगर निगम, हरिद्वार-रूड़की विकास प्राधिकरण (HRDA) और पुलिस प्रशासन के कई वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद रहे। प्रशासन की यह कार्रवाई तीर्थनगरी में श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्था बहाल करने की दिशा में एक अहम कदम मानी जा रही है।