हरिद्वार, 28 जुलाई 2025 – मनसा देवी मंदिर के पैदल मार्ग पर हुई भगदड़ की दुखद घटना, जिसमें 8 श्रद्धालुओं की मृत्यु और 30 घायल हुए, के बाद हरिद्वार प्रशासन पूरी तरह सतर्क हो गया है। सोमवार को जिलाधिकारी मयूर दीक्षित और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रमेन्द्र डोबाल ने चंडी देवी मंदिर पहुंचकर व्यवस्थाओं का स्थलीय निरीक्षण किया और सुधार के निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान अधिकारियों ने मंदिर के महंत भवानी नंदन गिरी से भेंट कर व्यवस्थाओं को लेकर चर्चा की। महंत भवानी नंदन गिरी ने मनसा देवी हादसे पर गहरा शोक व्यक्त करते हुए मृतकों की आत्मा की शांति हेतु प्रार्थना की।
उन्होंने कहा, “यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सर्वोपरि है। हम प्रशासन के साथ मिलकर मंदिर में सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करेंगे। मंदिर समिति हर संभव सहयोग को तैयार है।”
महंत गिरी ने जानकारी दी कि वर्तमान में मंदिर परिसर में सभी एंट्री पॉइंट्स पर होल्डिंग प्वाइंट्स बनाए गए हैं, जहां भीड़ अधिक होने की स्थिति में श्रद्धालुओं को रोका जाता है। साथ ही रोपवे कंपनी के साथ भी समन्वय स्थापित है, और जरूरत पड़ने पर यात्रियों की एंट्री को नियंत्रित कर निकासी कराई जाती है।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को मंदिर समिति एवं प्रशासन के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की जाएगी, जिसमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा और व्यवस्थाओं को अंतिम रूप दिया जाएगा।
हरिद्वार प्रशासन और मंदिर प्रबंधन की यह सक्रियता श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर एक सकारात्मक पहल मानीजा रही है।