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हार्ट अटैक से दहशत: 40 दिनों में 23 मौतें, हजारों लोग पहुंचे अस्पताल

पिछले 40 दिनों में जिले में हार्ट अटैक से 23 लोगों की मौत हो चुकी है, जिनमें से छह की उम्र 19 से 25 साल और आठ की उम्र 25 से 45 साल के बीच थी।कर्नाटक के हासन जिले में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों की संख्या ने लोगों में दहशत फैला दी है।  इस असामान्य स्थिति ने न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि स्वास्थ्य अधिकारियों को भी चिंता में डाल दिया है।

 

खबरों के अनुसार, हार्ट अटैक की इन घटनाओं में युवा और मध्यम आयु वर्ग के लोग सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं। मृतकों में छात्र, गृहिणियां, शिक्षक, और ऑटो-कैब चालक शामिल हैं। 30 जून को ही चार लोगों की मौत ने इस मुद्दे को और गंभीर बना दिया। इनमें एक 50 वर्षीय गृहिणी, एक 58 वर्षीय प्रोफेसर, एक 57 वर्षीय सरकारी कर्मचारी और एक 63 वर्षीय व्यक्ति शामिल थे। हाल ही में एक 27 वर्षीय लकड़ी का कारीगर और एक 22 वर्षीय युवा मां भी हार्ट अटैक का शिकार बनी।

 

इस बढ़ती चिंता के बीच, हजारों लोग डर के मारे मायसुरु और बेंगलुरु के जयदेव हॉस्पिटल में दिल की जांच के लिए पहुंच रहे हैं। जयदेव हॉस्पिटल में पिछले दो हफ्तों में मरीजों की संख्या में 8% की वृद्धि दर्ज की गई है। लोग प्रिवेंटिव चेकअ_ptn_अप के लिए पहुंच रहे हैं, जिससे अस्पतालों में भीड़ बढ़ गई है।

 

मामले की गंभीरता को देखते हुए, मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने श्री जयदेव इंस्टीट्यूट ऑफ कार्डियोवास्कुलर साइंसेज के निदेशक डॉ. के.एस. रविंद्रनाथ की अध्यक्षता में एक पांच सदस्यीय विशेषज्ञ समिति गठित की है। यह समिति इन मौतों के कारणों की जांच कर रही है और 10 दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट सौंपेगी। समिति मृतकों के मेडिकल इतिहास, जीवनशैली, और अन्य कारकों जैसे मोटापा, कोलेस्ट्रॉल, डायबिटीज, तंबाकू और शराब के उपयोग की जांच कर रही है।

 

स्वास्थ्य मंत्री दिनेश गुंडु राव ने लोगों से घबराने की बजाय सतर्क रहने की अपील की है। उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद ही स्पष्ट कारणों का पता चल सकेगा। दूसरी ओर, केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कोविड वैक्सीन को इन मौतों से जोड़ने की अटकलों को खारिज करते हुए कहा कि आईसीएमआर और एनसीडीसी के अध्ययनों में वैक्सीन को सुरक्षित पाया गया है।

 

डॉक्टरों का कहना है कि तनाव, अनियमित खानपान, और निष्क्रिय जीवनशैली जैसे कारक इन मामलों में भूमिका निभा सकते हैं। जयदेव हॉस्पिटल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. के.एस. सदानंद ने लोगों से आग्रह किया कि वे घबराएं नहीं और नजदीकी स्वास्थ्य केंद्रों में जांच करवाएं। उन्होंने नियमित व्यायाम और स्वस्थ जीवनशैली अपनाने की सलाह दी।

 

हासन जिले में हार्ट अटैक से होने वाली मौतों ने एक उभरती हुई स्वास्थ्य संकट की ओर ध्यान खींचा है। विशेषज्ञों का मानना है कि समय पर जांच और जागरूकता से इस समस्या पर काबू पाया जा सकता है।

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