उत्तराखंड सरकार के ‘ऑपरेशन कालनेमि’ के तहत हरिद्वार पुलिस ने साधु-संतों का वेश धारण कर जनता की धार्मिक भावनाओं से खिलवाड़ करने वाले ढोंगी बाबाओं के खिलाफ ताबड़तोड़ कार्रवाई की है। इस अभियान के तहत अब तक 45 फर्जी साधुओं को गिरफ्तार किया गया है, जिनके खिलाफ विधिक कार्रवाई जारी है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के निर्देश पर शुरू हुए इस अभियान का मकसद कांवड़ यात्रा और धार्मिक स्थलों की पवित्रता को बनाए रखना है। हरिद्वार पुलिस ने इसके लिए दो विशेष टीमें गठित की हैं, जिनका नेतृत्व क्षेत्राधिकारी नगर और रुड़की कर रहे हैं। देहात क्षेत्र की टीम ने कलियर से 6, जबकि शहर क्षेत्र की टीम ने कोतवाली नगर से 13, श्यामपुर से 18 और कनखल से 8 ढोंगी साधुओं को हिरासत में लिया है।
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष श्री महंत रविंद्र पुरी ने इस कार्रवाई की सराहना करते हुए कहा, “मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी का यह कदम सराहनीय है। फर्जी साधुओं को बेनकाब कर धार्मिक आस्था की रक्षा करना एक ऐतिहासिक पहल है। इसकी जितनी तारीफ की जाए, कम है।”
पुलिस के मुताबिक, ये ढोंगी साधु कांवड़ यात्रियों को ठगने और धार्मिक भावनाओं को आहत करने की गतिविधियों में लिप्त थे। अभियान के तहत संदिग्धों की पहचान, दस्तावेजों की जांच और कठोर कार्रवाई लगातार जारी है। हरिद्वार पुलिस ने कांवड़ियों से अपील की है कि वे संदिग्ध व्यक्तियों की सूचना तुरंत पुलिस को दें ताकि पवित्र कांवड़ यात्रा को सुरक्षित और शुद्ध रखा जा सके।