सैकड़ों श्रद्धालुओं की उपस्थिति, सनातन धर्म और राष्ट्र रक्षा विषयों पर वक्ताओं ने रखे विचार
पूर्वाम्नाय श्रीगोवर्द्धनमठ पुरी के पीठाधीश्वर, सनातन वैदिक धर्म के आचार्य एवं युगपुरुष जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी श्री निश्चलानंद सरस्वती जी के 83वें प्राकट्य दिवस की पूर्व संध्या पर भव्य प्राकट्य महोत्सव का आयोजन कोलकाता के नारायण बैंक्विट हॉल, फूलबागान में किया गया।
इस आयोजन की अध्यक्षता आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी विश्वकनंद भारती जी ने की। कार्यक्रम का शुभारंभ वैदिक मंगलाचरण व दीप प्रज्वलन के साथ हुआ।
मुख्य वक्ता के रूप में कोलकाता हाईकोर्ट के अधिवक्ता एवं संयोजक श्री प्रेमचंद्र झा ने शंकराचार्य जी द्वारा रामसेतु संरक्षण, राम मंदिर निर्माण, गंगा स्वच्छता अभियान, सनातन मूल्यों की रक्षा तथा भारत को हिंदू राष्ट्र घोषित कराने हेतु किए जा रहे प्रयासों पर विस्तार से प्रकाश डाला।
समाजसेवी एवं उद्योगपति डॉ. विठ्ठलदास मुंद्रा ने पूज्य महाराजश्री के सादगीपूर्ण जीवन, आचरण और ज्ञान की प्रशंसा की।
पोद्दार सेवा ट्रस्ट के अध्यक्ष डॉ. अशोक पोद्दार ने नदिया (कल्याणी) में श्री जगन्नाथ मंदिर, गुरुकुल व गौशाला निर्माण की योजनाओं की जानकारी देते हुए रथयात्रा में आमजन से सहभागिता का आह्वान किया।
डॉ. उदयनाथ झा, डॉ. कुशेश्वर झा, अधिवक्ता अनामिका पांडे, श्रीमती नीलम झा सहित अन्य वक्ताओं ने भी शंकराचार्य जी के दीर्घायु हेतु प्रार्थना की और उनके योगदान को सराहा। कार्यक्रम का सफल संचालन श्री महावीर प्रसाद रावत द्वारा किया गया।
इस आयोजन को सफल बनाने में श्री राम प्रसाद सर्राफ, ताराचंद मरदा, अभिराम चौधरी, मूलचंद राठी, मीना पुरोहित, शंकर सोमानी, पुरुषोत्तम तिवारी, प्रदीप बागड़ी, बेला बनर्जी, नीरज झा, डॉक्टर पंकज पोद्दार, शोभा पोद्दार, कमल शर्मा सहित कोलकाता व आसपास के विभिन्न क्षेत्रों के सैकड़ों श्रद्धालुओं की सक्रिय सहभागिता रही।