अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर जीआरपी उत्तराखण्ड व एटीएस पुलिस के जवानों ने पुलिस लाइन परिसर में सामूहिक योग शिविर आयोजित कर योग का उत्सव हर्षोल्लास से मनाया। कार्यक्रम का आयोजन सीओ जीआरपी स्वप्निल मुयाल के निर्देशन में हुआ, जिसमें बहादराबाद निवासी प्रसिद्ध योगाचार्य तुशांत आर्या ने योगाभ्यास कराया और स्वस्थ जीवन के गुर सिखाए।
सुबह की ठंडी बयार के बीच जब पुलिस लाइन में योग शुरू हुआ, तो वज्रासन, ताड़ासन, मकरासन, पवनमुक्तासन, अनुलोम-विलोम, कपालभांति और भ्रामरी जैसे योगासनों ने जवानों में नई ऊर्जा और उत्साह भर दिया। योगाचार्य तुशांत आर्या ने कहा, “योग एक प्राचीन विद्या है जो आज भी हमें सुकून और जीवन में संतुलन सिखाती है। व्यस्त जीवन में भी हर व्यक्ति को कम से कम 15 मिनट योग के लिए अवश्य निकालना चाहिए।”
सीओ स्वप्निल मुयाल ने योग को स्वस्थ जीवनशैली का आधार बताते हुए कहा कि “प्रतिदिन योग को अपनाने से न केवल शरीर स्वस्थ रहता है, बल्कि यह मानसिक एकाग्रता और आत्म-संयम को भी बढ़ाता है। पुलिस जैसे चुनौतीपूर्ण पेशे में योग अत्यधिक लाभकारी है।”
योग सत्र के अंत में सीओ स्वप्निल मुयाल ने तालियों की गूंज के बीच योगाचार्य तुशांत आर्या को स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मानित किया और सभी प्रतिभागियों को जलपान के साथ विदाई दी।
इस अवसर पर थानाध्यक्ष हरिद्वार अनुज सिंह, थानाध्यक्ष लक्सर संजय शर्मा, आरआई नरेंद्र कुमार, प्रभारी स्टेनो पूरन सिंह सहित समस्त शाखा प्रभारी, पुलिस कार्यालय व लाइन के कर्मी तथा एटीएस जवानों ने उत्साहपूर्वक प्रतिभाग किया।
इस योग दिवस ने न केवल पुलिस बल में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाई, बल्कि “हर दिन योग, हर दिन स्वस्थ” के संदेश को भीमजबूत किया।