अंतरराष्ट्रीय योग दिवस के उपलक्ष्य में उत्तरी हरिद्वार स्थित परमार्थ आश्रम गंगा घाट पर दो दिवसीय विशेष योग शिविर का आयोजन भव्य रूप से संपन्न हुआ। माँ गंगा के पावन तट पर, सप्तऋषियों की तपोभूमि में आयोजित इस योग शिविर में सैकड़ों श्रद्धालुओं, संतों और स्थानीय नागरिकों ने सहभागिता की।
शिविर का शुभारंभ वैदिक मंत्रोच्चार, दीप प्रज्वलन एवं गंगा पूजन के साथ हुआ। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से योगाचार्य डॉ. स्वामी निरंजन देव महाराज, साध्वी अनन्या देवी, पार्षद सुनीता शर्मा, निवर्तमान ग्राम प्रधान गीतांजलि जखमोला, भक्त दुर्गादास सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
योग को जीवनशैली बनाने का आह्वान
योगाचार्य डॉ. निरंजन देव ने कहा कि “योग केवल व्यायाम नहीं, बल्कि संपूर्ण जीवन को संतुलन देने वाली एक साधना है। योग और सनातन के माध्यम से भारत पुनः विश्व गुरु बनने की दिशा में अग्रसर है।” उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को योग को अंतरराष्ट्रीय मंच पर प्रतिष्ठित करने का श्रेय देते हुए उन्हें ‘दिव्य पुरुष’ बताया।
साध्वी अनन्या देवी ने योग को जीवन का अभिन्न हिस्सा बताते हुए युवाओं से नियमित योग अपनाने की अपील की। पार्षद सुनीता शर्मा और गीतांजलि जखमोला ने कहा कि गंगा तट पर योग करना आध्यात्मिक अनुभव है और परमार्थ आश्रम अब योग जागरूकता का केंद्र बन गया है।
भक्त दुर्गादास ने कहा कि योग आज की आवश्यकता है जो मानसिक तनाव, रोग और असंतुलन से मुक्ति दिलाता है। उन्होंने ऐसे आयोजनों को समाज के लिए मार्गदर्शक बताया।
विशेष उपस्थिति और समापन
शिविर में साध्वी राधा, स्वामी विजय चेतन, मनोज जखमोला, विदित शर्मा, सूरज बालियां, विकल राठी, उमेश भारद्वाज, लक्षित भारद्वाज, विमल ठाकुर, स्वामी रविंद्र दास, स्वामी सूरज दास, स्वामी उमेश दास सहित सैकड़ों संत व श्रद्धालु उपस्थित रहे।
शिविर का समापन गंगा आरती के साथ हुआ। आयोजकों ने बताया कि योग को जन-जन तक पहुंचाने के उद्देश्य से भविष्य में भी ऐसे शिविरों का आयोजन किया जाएगा।